स्टेज पर नहीं दिखेंगे राम, मैदान में नहीं जलेगा रावण
शहरवासी अलग-अलग स्थानों पर होने वाली रामलीला का आनंद नहीं उठा पाएंगे।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : कोविड-19 के चलते इस बार शहरवासी अलग-अलग स्थानों पर होने वाली रामलीला का आनंद नहीं उठा पाएंगे। कोरोना वायरस को देखते हुए सभी ड्रामाटिक क्लबों ने रामलीला के मंचन को रद कर दिया है। रामलीला की जगह श्रीरामायण अखंड पाठ और सुंदरकांड पाठ करने का निर्णय कुछ ड्रामाटिक क्लब ने लिया है। इसके साथ ही दशहरा मैदान में होने वाला रावण दहन का कार्यक्रम भी इस बार नहीं होगा। दशहरा मैदान में लगने वाला मेला भी इस बार नहीं लगेगा। इसके साथ ही नवरात्र के नवमी के दिन श्री रामायण का अखंड पाठ किया जाएगा और दशहरे के दिन राम, लक्ष्मण बने कलाकारों को तिलक लगाकर राज्याभिषेक की रस्म की जाएगी, जिससे रामलीला की मर्यादा बनी रहेगी। जहां पहले रावण की ऊंचाई 55 फुट तक होती थी। इस बार पांच फुट का रावण जलेगा। इसके साथ ही कुंभकर्ण और मेघनाथ के भी छोटे पुतले ही जलाए जाएंगे। शनिवार को सुबह नौ बजे दशहरा मैदान में झंडा चढ़ाने की रस्म अदा की जाएगी। इसके साथ ही शहर की 12 सदस्य कमेटी दशहरा पर रावण का दहन करेगी। दशहरा कमेटी के प्रधान डा. हरमेश पुरी ने बताया कि कोरोना को देखते हुए इस बार दशहरा का त्योहार बड़े स्तर पर नहीं मनाया जाएगा लेकिन रस्म पूरी करने के लिए करीब पांच फुट के रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतलों को फूंका जाएगा। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं और पुतला बनाने वालों के लिए आर्डर भी दे दिया है। उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह स्नेही मंदिर से कमेटी के सदस्य दशहरा मैदान को जाएंगे और वहां पर झंडे की रस्म अदा की जाएगी।