फार्मासिस्ट का धरना 26वें दिन भी रहा जारी
ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग के अधीन पिछले 14 सालों से ठेके पर काम कर रहे रूरल फार्मेसी अधिकारियों की और से अपनी सेवाओं को रेगुलर करवाने के लिए चल रहा धरना मंगलवार को 26वें दिन में प्रवेश कर गया।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग के अधीन पिछले 14 सालों से ठेके पर काम कर रहे रूरल फार्मेसी अधिकारियों की और से अपनी सेवाओं को रेगुलर करवाने के लिए चल रहा धरना मंगलवार को 26वें दिन में प्रवेश कर गया।
जिला प्रधान रबीश कुमार ने कहा कि पंजाब सरकार की और से उनकी मांगों को न सुनने और सरकार की नीतियों से तंग आकर फिरोजपुर में एक फार्मासिस्ट द्वारा कीटनाशक दवाई पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की गई। नेताओं ने कहा कि अब लड़ाई आर या पार की हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 के दौरान कैप्टन सरकार की और से ही ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं को सचारू ढंग से चलाने के लिए ठेके पर नियुक्त किया गया था। परंतु 14 साल बीत जाने के बाद भी उनको पक्का नहीं किया जा रहा है। इस अवसर पर राहुल चोपड़ा, हरबिलास, चरणजीत, चमन लाल, हरजिदर, अमरीक, बन्नी, प्रवीन लता, रमेश कुमारी, राजकुमारी आदि मौजूद रहे।