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संडे मार्केट में अतिक्रमण ने निकाली प्रशासन के दावों की हवा

सड़कों से कब्जे हटाने का दावा करने वाली नगर प्रशासन खुद ही सड़कों पर कब्जे करवाने से बाज नहीं आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 06:06 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 06:06 PM (IST)
संडे मार्केट में अतिक्रमण ने निकाली प्रशासन के दावों की हवा
संडे मार्केट में अतिक्रमण ने निकाली प्रशासन के दावों की हवा

ऋषि चंद्र, नवांशहर : सड़कों से कब्जे हटाने का दावा करने वाली नगर प्रशासन खुद ही सड़कों पर कब्जे करवाने से बाज नहीं आ रही है। शहर में कई स्थानों पर प्रशासन की मेहरबानी से लोगों ने पक्के कब्जे जमा कर वहां पर अवैध दुकानें खोल रखी हैं जिससे ट्रैफिक जाम होता है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रविवार को ट्रैफिक जाम से सबसे ज्यादा परेशानी होती है क्योंकि एक तो नेहरू गेट से चंडीगढ़ रोड और कोठी रोड बाजार तक संडे मार्केट लगती है और दूसरा पुलिस मुलाजिम भी कम ही दिखते हैं। कहने को तो रविवार छुट्टी का दिन होता है और आमतौर पर बाजार खाली रहते है, लेकिन नवांशहर में लगने वाले संडे बाजार के कारण रविवार को ट्रैफिक समस्या और भी बढ़ जाती है।

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संडे बाजार वैसे तो नेहरू गेट से लेकर चंडीगढ़ रोड और कोठी रोड बाजार में लगता है, लेकिन सबसे अधिक व्यस्त रहने वाला इलाका नेहरू गेट से आंबेडकर चौक तक होता है। इस रास्ते में ट्रैफिक की इतनी बुरी हालत है कि कई बार तो पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। यह सारा खेल नगर प्रशासन की मिलीभगत से होता है। नगर प्रशासन ने लोगों को सड़कों पर ही अपनी दुकानें सजाने की इजाजत दे रखी है। नगर प्रशासन की मेहरबानी से लोग ओल्ड कोर्ट रोड से लेकर कोठी रोड, नेहरू गेट, चंडीगढ़ रोड और बस स्टैंड तक अपनी दुकानें सड़कों पर सजा लेते हैं। तहबाजारी लोगों पर भारी पड़ रही है। एक तरफ सड़कों से कब्जे हटाने की वकालत करने वाले नगर प्रशासन की टीम व अधिकारी शहर से कब्जे हटाने की बात करते हैं। वहीं दूसरी तरफ शहर के कई हिस्सों में जैसे बस स्टैंड के बाहर, ओल्ड कोर्ट रोड, नेहरू गेट, कोठी रोड बाजार चंडीगढ़ रोड और सलोह रोड पर पर्ची काटकर दुकानदारों व रेहड़ी चालकों के पक्के कब्जे करवा रहे हैं। दुकानदारों की भी होती चांदी

रविवार के दिन बेशक बाजार बंद रहते हैं, मगर कुछ दुकानदारों की रविवार के दिन खूब चांदी होती है। ओल्ड कोर्ट रोड पर दुकानदार अपनी दुकानें तो बंद रखते हैं, मगर कुछ दुकानदार अपनी दुकानों के आगे संडे बाजार लगाने वाले लोगों से खुद पैसे लेते हैं। इससे दुकानदार दुकानें बंद रखकर भी खूब कमाई करते हैं। सारा दिन लगा रहता है जाम, लोग होते हैं परेशान

संडे बाजार के कारण शहर की खुली सड़कें सिकुड़ी हुई नजर आती हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे वह नवांशहर नहीं बल्कि लुधियाना का चौड़ा बाजार हो। संडे मार्केट लगने से सड़कों पर यातायात प्रभावित होता है। इससे सारा दिन ट्रैफिक मुलाजिम जाम से जूझते रहते हैं। रविवार को भी सारा दिन जाम लगा रहता है। चौकों से पुलिस रहती है नदारद

ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाने के लिए शहर के अलग-अलग चौकों में ट्रैफिक पुलिस तैनात होती है, लेकिन संडे वाले दिन पुलिस भी चौकों से गायब रहती है। कहने को तो हर चौक में पुलिस मुलाजिम की तैनाती होती है, पर दिखाई कोई मुलाजिम नहीं देता। सारे चौक पुलिस मुलाजिमों से नदारद होते और जमकर ट्रैफिक नियमों की अवहेलना होती है। वाहन तो क्या पैदल निकलना भी होता है मुश्किल

हालात यह है कि संडे मार्केट वाले इलाके से वाहन को निकालना तो क्या, पैदल निकलना भी मुश्किल होता है। रविवार वाले दिन शहर में संडे मार्केट लगने के कारण जाम लग जाता है। संडे मार्केट लगने के कारण आम यात्रियों को जहां से निकलने में परेशानी होती है। संडे मार्केट से खरीदारी करने वाले लोग अपनी मर्जी से अपने वाहन रास्ते में ही लगा देते हैं, जिससे वाहन तो को तो क्या पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। पार्किग के बाहर लगी दुकानें अवैध : ठेकेदार

पार्किंग को ठेके पर लेने वाले ठेकेदार प्रदीप चांदला ने बताया कि जो दुकानें पार्किंग के भीतर लगी होती हैं उससे किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती। लेकिन जो लोग अपनी मनमर्जी से पार्किंग के बाहर दुकानें सजाते हैं उनसे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि इस तरह के दुकानदार सड़क के दोनों ओर अपनी दुकानें सजा लेते हैं जिससे यहां से गुजरने वाले लोगों को मुश्किल पेश आती है। नगर कौंसिल से की जा रही बात : डीएसपी ट्रैफिक

डीएसपी ट्रैफिक दीपिका सिंह ने बताया कि इस संबंध में नगर कौंसिल से बात की जा रही है। संडे को सड़क के दोनों तरफ लगने वाले अवैध बाजार से राहगीरों को होने वाली परेशानी से जल्द ही निजात दिलाई जाएगी। सड़क पर लोगों द्वारा किए गए अवैध कब्जे को जल्द ही नगर कौंसिल की सहायता से हटवाया जाएगा। जल्द की जाएगी कार्रवाई : डीडीपीओ

डीडीपीओ दविदर कुमार ने पहले तो मना कर दिया कि यह जगह हमारे अधीन नहीं आती है। लेकिन जब उन्हें बताया कि कौंसिल प्रधान का कहना है कि यह जगह जिला परिषद के अंतर्गत आती है, तो डीडीपीओ दविदर कुमार ने कहा कि यदि यह जगह जिला परिषद के अंतर्गत आती है तो ट्रैफिक में किसी को भी बाधा नहीं बनने दिया जाएगा। ट्रैफिक में कोई परेशानी न आए इसलिए जल्द इस पर कार्रवाई की जाएगी।


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