हर वीरवार व शुक्रवार को सरकार विरोधी धरना देंगे पटवारी: जसविदर
रूपनगर में रेवेन्यू पटवार यूनियन व कानूनगो एसोसिएशन तालमेल कमेटी की बैठक हुई जिसमें तालमेल कमेटी द्वारा सरकार समक्ष उठाई गई मांगों के बारे चर्चा कर इन्हें मनवाने के लिए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: रूपनगर में रेवेन्यू पटवार यूनियन व कानूनगो एसोसिएशन तालमेल कमेटी की बैठक हुई, जिसमें तालमेल कमेटी द्वारा सरकार समक्ष उठाई गई मांगों के बारे चर्चा कर इन्हें मनवाने के लिए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया।
इस मौके जिलाध्यक्ष जसविदर सिंह ने बताया कि पटवारी व कानूनगो अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं । तालमेल कमेटी भी विभिन्न माध्यमों से सरकार को मांगपत्र भेज चुकी है, पर सरकार पर इनका कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है। बैठक में सरकार के अड़ियल रुख पर तालमेल कमेटी ने कड़ा नोटिस लिया। इसके बाद फैसला लिया गया कि वर्तमान संघर्ष को जारी रखने के साथ अब हर सप्ताह वीरवार व शुक्रवार को सुबह 11 से बाद दोपहर दो बजे तक तहसील स्तर पर सरकार विरोधी रोष धरने दिए जाएंगे। धरने में पटवारियों व कानूनगो के अलावा अन्य कर्मचारी संगठनों के साथ साथ नंबरदार, चौकीदार तथा सेवानिवृत कर्मचारी भी शामिल होंगे। बैठक में में सुरिदरपाल, गुरमेल सिंह, मिथलेश कुमार, गुरमुख सिंह, बलजीत सिंह, गुरदीप सिंह, गुरमीत सिंह, हरनेक सिंह, संदीप सिंह, निशांत अग्रवाल, गज्जन सिंह, अनुराग शर्मा, हरविदर सिंह तथा बलविदर सिंह आदि भी विशेष रूप से हाजिर थे।
एक्साइज एंड टैक्सेशन इंस्पेक्टर एसोसिएशन की तीन दिवसीय हड़ताल शुरू
जागरण संवाददाता, नवांशहर:
पंजाब आबकारी व कर निरीक्षक एसोसिएशन के आह्वान पर एक्साइज एंड टैक्सेशन इंस्पेक्टर एसोसिएशन की ओर से छठे पे-कमीशन की रिपोर्ट को लागू करने की मांग को लेकर शुरू की गई हड़ताल दूसरे दिन में प्रवेश कर गई है। स्थानीय करियाम रोड स्थित दफ्तर में एकत्रित हुए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इंस्पेक्टर हरजिदर सिंह तथा सुरजीत सिंह ने बताया कि इससे पहले आफिसर कमेटी पंजाब के साथ बैठक कर पे-कमीशन की रिपोर्ट पर विचार किया गया।
हड़ताल के दौरान भी सभी अधिकारी व कर्मचारी दफ्तर में ही रहेंगे, लेकिन कलम व आनलाइन काम को पूरी तरह छोड़ तीन दिन तक प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करेंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे संघर्ष को और तेज करेंगे। इस हड़ताल से होने वाले नुकसान की पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस मौके पर सुखजीत सिंह, नरिदर कौर, सतिदर कौर आदि भी मौजूद रहे।