मूलभूत सुविधाओं से महरूम बेट क्षेत्र के स्कूल
नवांशहर जिले में अधिकतर सरकारी स्कूलों के हालात ठीक ठाक हैं लेकिन बेट क्षेत्र पर अगर गौर किया जाए तो इस क्षेत्र के स्कूलों में अभी भी कई मूलभूत जरूरतों का अभाव है।
वासदेव परदेसी, नवांशहर : जिले में अधिकतर सरकारी स्कूलों के हालात ठीक ठाक हैं, लेकिन बेट क्षेत्र पर अगर गौर किया जाए तो इस क्षेत्र के स्कूलों में अभी भी कई मूलभूत जरूरतों का अभाव है। इनमें एक ऐलीमेंट्री स्कूल गांव चक्क इलाही बख्श का है, जो अपनी हालात पर खुद आंसू बहा रहा है। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन समस्याएं जस की तस हैं। ऐसे में जाहिर है कि इस बार भी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। असल में यहां न तो शिक्षा विभाग के अधिकारी आते हैं और न कर्मचारी। इससे यहां की व्यवस्था ठीक नहीं हो पा रही है। स्कूल इंचार्ज जसविदर कुमार ने इस संबंध में बताया कि ग्राम पंचायत को भी समस्या से अवगत करवाया गया है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। विभाग के उच्चाधिकारियों को भी बता चुके हैं। लेकिन कुछ नहीं हुआ। गांव के सरपंच राजिदर कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला अभी उनके सामने आया है और उक्त समस्याओं के समाधान के लिए वह जल्द प्रयास करेंगे।
प्लास्टिक की टंकी का पानी पीने लायक नहीं
गांव चक्क इलाही बख्श एलीमेंट्री स्कूल में पीने के पानी की बहुत मुश्किल है। पानी की सप्लाई है, लेकिन प्लास्टिक की लगाई गई पानी की टंकी सही नहीं है, जिसके कारण पानी पीने योग्य नहीं है। बच्चे घर से पानी लेकर आते हैं।
29 बच्चे और एक अध्यापक
स्कूल में लगभग 29 बच्चे हैं और अध्यापक एक ही है। सफाई के लिए तो स्कूल में कोई कर्मचारी है ही नहीं है। अध्यापक ने अपनी जेब से खर्च करके सफाई करने वाले का प्रबंध किया गया, लेकिन वह भी अब कुछ समय से नहीं आ रहा।
पाइप और टूटियां सब टूटे
स्कूल के बाथरूमों की हालात इतनी बुरी है कि वहां पर सफाई का कोई प्रबंध नहीं है या यूं कहें कि यहां व्यवस्था ही नहीं है। पाइप और टूटियां आदि सब टूटे पड़े हैं, जिसके चलते बच्चों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी स्कूल की इमारत में आंगनबाड़ी सेंटर भी चल रहा है।
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