बंगा वासियों के लिए परेशानी बना एनएच का धीमा काम
बंगा फगवाड़ा- रूपनगर नेशनल हाईवे एनएच-344 के प्रोजेक्ट का बंगा में काम धीमी गति से चल रहा है और इसका दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मनीष कुमार, बंगा : फगवाड़ा- रूपनगर नेशनल हाईवे एनएच-344 के प्रोजेक्ट का बंगा में काम धीमी गति से चल रहा है और इसका दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यहां तक कि गढ़शंकर रोड से लेकर गुरु तेग बहादुर गेट तक सड़क इतनी खस्ताहाल है कि किसी भी वक्त दुर्घटना हो सकती है। जब भी वाहन चलते हैं तो आसपास के दुकानों के शीशे पत्थर लगने की वजह से शीशे टूटते हैं। इसकी वजह से दुकानदार को दोहरी मार पड़ रही है। एक तो पहले से ही नेशनल हाईवे के धीमी गति से पुल बनने के कारण दुकानों में कोई ग्राहक नहीं आ रहा, दूसरा पत्थर लगने से दुकानदारों को आर्थिक नुकसान भी होता है।
दुकानों तक आ जाते हैं पत्थर : गुरदीप सिंह
गुरदीप सिंह का कहना है कि नेशनल हाईवे के काम के कारण पत्थर गाड़ी के टायर के नीचे आने से उछलता हुआ उनके दुकानों के अंदर तक आ जाता है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि जैसे दूसरी जगह की सड़क अच्छे ढंग से बनाई गई हैं वैसे ही उनकी दुकान के आगे की सड़क को भी सही ढंग से बनाया जाए।
वाहनों का बैलेंस बिगड़ने से बना रहता है हादसे का खतरा : रणवीर सिंह
ह्यूमन राइट मंच के अध्यक्ष रणवीर सिंह का कहना है के यहां से आने वाले लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। स्कूटर, मोटरसाइकिल का ज्यादातर बैलेंस बिगड़ने से कोई दुर्घटना होने का भी खतरा बना रहता है। नेशनल हाईवे को लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस टूटी हुई खस्ताहाल सड़क का जल्द से जल्द नव निर्माण करना चाहिए। ताकि लोगों को कोई दिक्कत न हो और किसी दुकानदार का नुकसान न हो।
हाईवे की तरफ से एक तरफा सड़क बनाकर पक्षपात किया :जगदीप
पुकार फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन जगदीप सिंह का कहना है कि नेशनल हाईवे की तरफ से एक तरफा सड़क बनवाकर पक्षपात किया गया है। नवांशहर को जाती सड़क अच्छे ढंग से बना दी गई है। दूसरी तरफ गढ़शंकर रोड से गुरु तेग बहादर गेट तक की सड़क ऐसे ही छोड़ दी गई है, जिससे सड़क पर पड़ा पत्थर लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। स्कूली बच्चों को भी बहुत दिक्कत होती है। उन्होंने अपील की कि कम से कम बच्चों की समस्या को देखते हुए तो सड़क जल्द बनाई जाए।
धूल मिट्टी उड़ने के कारण होती है सांसद की तकलीफ
तलविदर शेरगिल का कहना है के सड़क नई न बनी होने के कारण अक्सर धूल मिट्टी उड़ती रहती है, जिससे लोगों को सांस लेने की समस्या आती है। इसके अलावा चमड़ी आदि कई रोग पैदा होते हैं। नेशनल हाईवे को चाहिए कि इस टुक़ड़े का निर्माण कर हर रोज वह पानी का छिड़काव करवाएं ताकि अस्थमा के मरीजों को धूल मिट्टी होने के कारण सांस की तकलीफ न हो।
जल्द करवाया जाएगा सड़क का निर्माण : प्रोजेक्ट डायरेक्टर
नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर राकेश पांडे का कहना है कि गढ़शंकर रोड से गुरु तेग बहादर गेट तक सड़क की हालत खस्ता है और इस संबंध में जल्द अधिकारियों अवगत करवाकर मौका देखा जाएगा और सड़क का निर्माण जल्द करवा दिया जाएगा।