पंजाब में किसी दल से गठजोड़ नहीं, अकेले लड़ेंगे विस चुनाव : मायावती
बसपा अध्यक्ष अौर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि बाबू कांशीराम ने दलितों के उत्थान के लिए संघर्ष किया। वह भारत रत्न सम्मान के हकदार हैं और उन्हें शीघ्र यह सम्मान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह कांशीराम की एकमात्र उत्तराध्ािकारी हैं।
नवांशहर। बसपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि पंजाब के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी किसी दल के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। बसपा यह चुनाव अपने बलबूते पर अकेले ही लड़ेगी। उन्होंने अकाली दल, भाजपा और कांग्रेस पर जातिवादी मानसिकता रखने का आरोप लगाया। उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी जमकर हमला किया।
वह बसपा के संस्थापक बाबू कांशीराम की जयंती के मौके पर मंगलवार को यहां दानामंडी में आयोजित बसपा की महारैली को संबोधित कर रही थीं। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बाबू कांशीराम को भारत रत्न मिलना चाहिए। यह मांग उन्होंने राज्यसभा में भी आज रखी है।
बसपा की महारैली में मौजूद लोग।
' अकाली-भाजपा और कांग्रेस जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त '
उन्होंने कहा कि पंजाब के विधानसभा चुनाव में बसपा किसी दल से समझौता करने पर विचार नहीं कर रही है। उन्हाेंने कहा, हम पंजाब विधानसभा चुनाव में अकेले उतरेंगे। उन्होंने अकाली-भाजपा गठजोड़ आैर कांग्रेस दाेनों पर प्रहार किया। उन्हाेंने कहा कि पंजाब में चाहे अकाली दल और भाजपा की सरकार बनी या कांग्रेस की, हमेशा जट सिख ही मुख्समंत्री बना। यह जातिवादी मानसिकता काे स्पष्ट करता है। इस जातिवादी मानसिकता के कारण दलित और पिछड़े वर्ग के हितों की अनदेखी हुई।
उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी तीखे हमले किए। उन्होंने कहा, 'वैश्य समाज का केजरीवाल आज वोटों की खातिर पंजाब में मारा-मारा घूम रहा है, लेकिन जब उसने पार्टी नहीं बनाई थी तो आरक्षण का विरोध किया करता था।
लोगों का अभिभावदन स्वीकार करतीं मायावती।
कहा- कांशीराम ने किया दलितों का उत्थान, मिले भारत रत्न
उन्होंने कहा कि बाबू कांशीराम ने डा. भीमराव अंबेडकर के मिशन को अागे बढ़ाया। उन्होंने दलितों के उत्थान के लिए काफी संघर्ष किया और अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्हाेंने भाजपा व कांग्रेस सहित अन्य दलों पर दलितों को वोट के लिए गुमराह करने का आरोप लगाया और दलितों को गुमराह होने से बचने को कहा।
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उन्होंने कहा कि दलितों के उत्थान के लिए बाबू कांशीराम ने जीवन भर संघर्ष किया और संविधान निर्माता डा. डा. अंबेडकर के मिशन को आगे बढ़ाया। मायावती ने कहा दलित वोट बैंक को लुभाने के लिए कांग्रेस, भाजपा व अन्य दल डा. अंबेडकर व कांशीराम के नाम पर नाटक कर रहे हैं। इसलिए दलितों को इनसे बचना चाहिए। गुमराह होने की जरूरत नहीं।
' मैं कांशीराम की एकमात्र उत्तराधिकारी '
उन्होंने कांशीराम के कुछ परिजनों द्वारा उन पर लगाए जा रहे आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, ' बाबू कांशीराम ने एकमात्र मुझे अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया, ताकि मैं दलितों को अत्याचार और उत्पीड़न से मुक्ति दिलाने के उनके मिशन को आगे ले जा सकूं।'
उन्होंने कहा कि दलितों को शोषण से मुक्ति दिलाने और उनके उत्थान के लिए ही बाबू कांशीराम ने बहुजन समाज पार्टी की स्थापना की। उन्होंने कहा कि पंजाब में भी दलितों पर अत्याचार हो रहा है। कांग्रेस, भाजपा सहित सभी दल दलितों के वोट के लिए उन्हें लुभाने के प्रयास में जुटी हैं। इन दलों ने कभी दलितों के उत्थान अौर कल्याण के लिए कोई कार्य नहीं किया। इन दलाें ने हमेशा दलितों के साथ भेदभाव ही किया है। दलितों काे इन दलों की चालबाजियों से बच कर रहना चाहिए।