कुश्ती दंगल में पटके की कुश्ती बराबरी पर छूटी
संवाद सहयोगी, काठगढ़ धार्मिक स्थान टिब्बी पीरां दी पर मुख्य सेवादार बाबा सखी राम की देखरेख
संवाद सहयोगी, काठगढ़
धार्मिक स्थान टिब्बी पीरां दी पर मुख्य सेवादार बाबा सखी राम की देखरेख में वैशाखी के मौके पर कुश्ती दंगल करवाया गया, जिसमें पंजाब भर से नामवर 70 पहलवानों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
मुख्य मुकाबला सुखदेव बब्बेहाली तथा ¨भदर समाणा के बीच करवाई गई। कुश्ती के दौरान कड़ा संघर्ष होने के बाद दोनों पहलवानों को बराबर घोषित कर दिया। दोनों को पगड़ियां व नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ठेकेदार सुरजीत भाटिया ने विशेष तौर पर शिरकत की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली खेल प्रतियोगिताएं आने वाली पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन बनती है। इन खेलों के माध्यम से खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच पाता है। नौजवानों को नशा छोड़कर खेलों में भाग लेने की सलाह दी।
रणजीत लीला और पैनी पहलवान की कुश्तियां भी दंगल मेले में आकर्षण का केंद्र रही। रैफरी की भूमिका नंबरदार अवतार ¨सह बाजवा और पहलवान रत्न ¨सह रत्ता ने अदा की। धार्मिक स्थान के मुख्य प्रबंधक पहलवान कुलदीप काला ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर गुर¨वदर ¨सह मल्ली, नंबरदार अवतार ¨सह बाजवा, बब्बी पहलवान, दर्शन ¨सह पहलवान, गुरदियाल ¨सह पन्नू, चमन लाल नंबरदार, र¨वदर कसाणा, बलवीर वीरा, करनैल ¨सह, रतन ¨सह रत्ता आदि उपस्थित थे। कुश्ती दंगल में कमेंट्री की भूमिका बलवीर बीरा रैलमाजरा ने अदा की।