सभी की जिम्मेदारी बनती है कि सफाई में करें सहयोग
वासदेव परदेसी, नवांशहर स्वच्छ भारत अभियान के जरिए भारत को स्वच्छ बनाना हर भारतीय का सपना है। सभी क
वासदेव परदेसी, नवांशहर
स्वच्छ भारत अभियान के जरिए भारत को स्वच्छ बनाना हर भारतीय का सपना है। सभी के जीवन में स्वच्छता का बहुत अधिक महत्व होता है। अगर हम स्वच्छ और सुंदर माहौल में न रहें तो हमें गंदगी से अनेक प्रकार की बीमारियों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसके लिए हम खुद जिम्मेदार हैं। हम सभी यही सोचते हैं कि हम अपने घर और आस पास की सफाई रखें, लेकिन सफाई करने के बाद लोग कूड़े-कचरे को इधर-उधर फेंक देते हैं जो कि गलत है।
लोग जैसे अपने घरों की सफाई करते हैं, वैसे ही अपने आसपास को भी साफ सुथरा रखना चाहिए। तभी स्वच्छ भारत मुहिम सफल हो सकती है।
सफाई सेवक महिन्द्र का कहना है कि घर के कूड़े को दो भाग में बांट ले। रसोई घर का कूड़ा अलग रखें और पूरे घर का कूड़ा अलग। हो सके तो हर कमरे में छोटा कूड़ेदान रखें, जिसमें काग•ा, पेंसिल के छिलके, पॉलिथीन आदि डाले। रसोई में ज्यादातर फलों व सब्जियों के छिलके, चायपत्ती जैसी ची•ों हम कूड़े में डालते है। ऐसी ची•ाों को आप अपने गमलों में डाल सकते हैं, यह खाद का काम करेगा। इसके अलावा पॉलिथीन आदि को कूड़ेदान में डाले।
सफाई सेवक राजू का कहना है कि शायद आपने इस बात पर पहले कभी ध्यान न दिया हो, लेकिन जो मक्खी मच्छर खाने की चीजों पर बैठते हैं और वहीं मच्छर गंदे पानी और गंदी जगहों पर बैठते है। इस तरह यह आपके खाने पीने की चीजों को दूषित करते है। आपकी थोड़ी साफ सफाई आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। साफ सफाई रखने वाले कम बीमार पड़ते है। आप अपने घर का वातावरण ऐसा बना पायेंगें जहां संक्रामक बीमारियां नहीं फैलेगा।
सफाई सेवक सागर का कहना है कि सफाई व्यवस्था ठीक न होने के कारण गंभीर बीमारियां भी हो सकती है। ऐसी बहुत सी बीमारियां है जो गंदे पानी और गंदे वातावरण के कारण होती है। इन बीमारियों का एक बड़ा कारण है घर में गंदगी होना और घर के मल का ठीक प्रकार से निष्कासन न होना। दुकानदार नालियों में कूड़ा फैंक देते हैं इसी तरह कुछ लोग अपने कूड़े को कूड़े के लिए रखे गए ड्रम में कूड़ा फेंकने की बजाए बाहर कूड़ा फैंक देते हैं। सभी नागरिकों की जिम्मेदारी बनती है कि वह सफाई के प्रति ध्यान दें और सहयोग करें।