बेटियों को पढ़ाने से बदलती है दो परिवारों की तकदीर : भारटा
बेटियों को शिक्षित करने से जहां दो परिवारों की तकदीर बदलती है वहीं युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका भी मिलता है।
संवाद सहयोग, राहों : बेटियों को शिक्षित करने से जहां दो परिवारों की तकदीर बदलती है, वहीं युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका भी मिलता है। इन शब्दों का प्रकटावा गुरु नानक मिशन सेवा सोसायटी पंजाब के उप प्रधान व स्पोर्ट्स किग इंडस्ट्रीज के जनरल मैनेजर कुलविदर सिंह भारटा ने व्यक्त किए। कुलविदर सिंह भारटा अपने पैतृक गांव भारटा कलां में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे थे। समारोह के दौरान बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करने वाले व बेटियों को उच्च शिक्षा में पूर्ण सहयोग देने वाले अभिभावकों को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। कुलविदर सिंह भारटा ने कहा कि वह जमाना अब चला गया है, जब बेटियां घर के चूल्हे चौके तक ही सीमित रहती थीं। अब तो बेटियां हर क्षेत्र में लड़कों से बेहतर करके परिवार तथा समाज का नाम रोशन कर रही हैं। शिक्षित बेटियां मायके के साथ-साथ ससुराल परिवार को भी अपनी बढि़या सोच के साथ आगे ले जाती हैं। समारोह के दौरान स्पोर्ट्स किग इंडस्ट्रीज के प्रेजीडेंट पर्सनल एंड एडमिनिस्ट्रेटर डीएस यादव को भी विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। डीएस यादव की बेटी वर्षा यादव गायनी में एमडी कर रही है। डीएस यादव ने बताया कि वह शुरू से ही बेटियों को पढ़ाने के हक में थे। उन्होंने कहा कि बेटियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित किया जाना चाहिए। जिसके फल स्वरूप बेटी एमडी गायनी कर रही है। जिसके चलते आज उनका सिर फº से ऊंचा हो गया है। शिक्षित बेटियां दो परिवारों के साथ-साथ आने वाली नई पीढ़ी का भी मार्गदर्शन करती हैं। इस मौके पर दर्शन सिंह मांगट, रमेश कुमार सिंह, हरप्रीत सिंह, विनोद कुमार और हरपाल सिंह आदि मौजूद रहे।