बीमा कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, 26 को करेंगे हड़ताल
एलआइसी को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने के फैसले के खिलाफ व एक अगस्त 2017 से संबंधित वेतन संशोधन के तत्काल समाधान के लिए वार्ता शुरू करवाने संबंधी मांगों के साथ 26 नवंबर की देशव्यापी हड़ताल की तैयारी में देश भर के बीमा कर्मचारियों ने आल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लाइज के आह्वान पर भोजन काल अवकाश में रोष प्रदर्शन किया।
जेएनएन, नवांशहर : एलआइसी को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने के फैसले के खिलाफ व एक अगस्त 2017 से संबंधित वेतन संशोधन के तत्काल समाधान के लिए वार्ता शुरू करवाने संबंधी मांगों के साथ 26 नवंबर की देशव्यापी हड़ताल की तैयारी में देश भर के बीमा कर्मचारियों ने आल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लाइज के आह्वान पर भोजन काल अवकाश में रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व शाखा सचिव प्रवीन सिंह, शाखा अध्यक्ष सुखप्रीत सिंह ने किया। श्रमिकों के साथ एलआइसी व सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों में काम करने वाले देश के बीमा कर्मचारी भी 26 नवंबर को देशव्यापी एक दिवसीय हड़ताल में शामिल होंगे। इससे पहले 25 नवंबर को भी हड़ताल की तैयारी में भोजनावकाश में प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने केंद्र सरकार की मात्र पांच करोड़ रुपये की पूंजी के बदले 28 हजार करोड़ रुपये को लाभांश भुगतान किया। 32 लाख करोड़ की संपदा का निर्माण किया है। इसने पालिसीधारकों के विश्वास को और पुख्ता करते हुए 30 लाख करोड़ रुपये का निवेश सामाजिक कल्याणार्थ नियोजित ढांचे में किए हैं, परन्तु भारत सरकार बीमा धारकों के हित की परवाह किए बिना एलआइसी पूरी तरह से भारत सरकार का उपक्रम है, को शेयरबाजार में सूचीबद्ध करके उसे भी निजीकरण की और धकेल रही है।
शाखा सचिव प्रदीप सिंह ने बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्तमान भाजपा नीति सरकार देश को आत्म निर्भर बनने के नाम पर पाखंड अधिक कर रही है। वह अर्थव्यवस्था के रीढ़ रहे सार्वजनिक उपक्रमों को एक-एक कर अपने पूंजीपति मित्रों को लूटा रही है। शाखा अध्यक्ष सुखप्रीत सिंह ने सरकार के इस जन विरोधी निर्णय के खिलाफ देश भक्त लोगों को जागरूक करते हुए और अपना प्रभावी प्रतिरोध जताते हुए सरकार के इस देश विरोधी कार्य का कड़ा प्रतिकार करने की और इसके विरोध में 26 नवंबर को देश व्यापी हड़ताल को सफल करने की अपील की है। इस गेट रैली में जसवीर सिंह, चेतन शर्मा, अंजू बजाज, लेखराज, भूपिदर सिंह आदि ने भी संबोधित किया।