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डाक्टरों ने हड़ताल कर बंद रखा काम

इंडियन मेडिकल एसोसिशएन ने डाक्टरों व स्वास्थय कर्मियों की सुरक्षा व फ्रंट लाइन कर्मियों पर हो रहे हमलों के विरोध में शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल कर केंद्र के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 10:55 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 10:55 PM (IST)
डाक्टरों ने हड़ताल कर बंद रखा काम
डाक्टरों ने हड़ताल कर बंद रखा काम

जागरण संवाददाता,नवांशहर: इंडियन मेडिकल एसोसिशएन ने डाक्टरों व स्वास्थय कर्मियों की सुरक्षा व फ्रंट लाइन कर्मियों पर हो रहे हमलों के विरोध में शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल कर केंद्र के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। रोष प्रदर्शन के दौरान आइएमए के प्रधान डा. एस संधु ने कहा कि इस तरह की हिसा बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि डाक्टरों पर हिसा के मामले दिन- प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। कोरोना काल के दौरान डाक्टरों ने अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों का इलाज किया व उनकी देखभाल की। इसके बावजूद मरीज के पारिवारिक सदस्यों के हमलों का शिकार डाक्टरों को होना पड़ रहा है। विधानसभा हलका बंगा के विधायक डाक्टर सुखविदर सुक्खी ने कहा कि हिसा जैसे जुर्मों के बारे में सख्त कानून बनाए जाने चाहिए। सरकार को डाक्टरों व स्वास्थय विभाग के कर्मचारियों की सुरक्षा को यकीनी बना हिसा करने वालों के खिलाफ सजा व बड़ा जुर्माना करना चाहिए। इस हड़ताल में नवांशहर के सभी डाक्टरों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर डा.गुरदीप सेठी, डा.दिनेश वर्मा, डा.रंजीव, डा.जगमोहन पुरी, डा.हरिदरपाल हैरी, डा.अजय धवन,डा. मनजीत, डा.एलआर बद्धण, डा.दविदर चाहल. डा.रणवीर राणा,डा. अजविदर चाहल, डा.गुरजीत कौर. डा.सुरभि धवन, डा.लक्षिता, डा.रचना अग्रवाल व डा.नवरीत कौर आदि भी मौजूद थे। डाक्टरों पर हो रहे हमलों के विरोध में बंद रखी ओपीडी

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संवाद सूत्र,नवांशहर: देशभर में डाक्टरों पर हो रहे हमलों के विरोध में गुरु नानक मिशन अस्पताल ढाहां कलेरा के मेडिकल स्टाफ तथा डाक्टरों ने शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल कर ओपीडी को बंद रख। डाक्टरों व कोरोना योद्धाओं की रक्षा करो के बैनर तले डाक्टरों व मेडिकल स्टाफ ने रोष प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से मांग की कि डाक्टरों की रक्षा के लिए कानून बनाया जाए। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. रविदर खजूरिया ने कहा के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर यह प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न राज्यो में असाम ,पश्चिमी बंगाल ,बिहार ,उत्तर प्रदेश, कर्नाटक तथा अन्य राज्यों में डाक्टरों पर हमले किए जा रहे हैं। कोरोनाकाल में डाक्टरों ने फ्रंटलाइन पर काम कर लोगों का जीवन बचाया है । इसके अलावा कोरोना की दूसरी लहर में भी हजारों डाक्टरों ने अपनी जान गंवाई है। इसलिए सरकार डाक्टरों की सुरक्षा को यकीनी बनाए। इस मौके पर सभी ने कोरोनाकाल के दौरान जान गंवाने वाले डाक्टरों तथा अन्य फ्रंटलाइन कर्मचारियों की मौत पर शोक जताकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर डा. महक अरोड़ा, डा. गुरसरवीन कौर, डा. सुरेश बसरा, डा. चांदनी बग्गा , डा दीपक दुग्गल, डा. राहुल गोयल सुमेध व अस्पताल का मेडिकल स्टाफ भी मौजूद था।


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