धान के लिए बारिश बनी सोने पर सुहागा, रोपाई में आई तेजी
काठगढ़ : धान की रोपाई पूरे जोरों पर शुरू हो गई है।
सतीश शर्मा, काठगढ़
धान की रोपाई पूरे जोरों पर शुरू हो गई है। मंड क्षेत्र में किसानों ने 50 प्रतिशत से ज्यादा धान रोपाई का काम निपटा भी लिया है। दो दिन पहले हुई तेज बारिश किसानों के लिए काफी मददगार साबित हुई है। चारों तरफ खेत पानी से लबालब भरे हुए हैं। यदि बारिश नहीं होती तो किसानों को ट्यूबवेलों से खेतों को तैयार करना पड़ता। धान की खेती के लिए खेत में पूरा पानी भरने के बाद खेत को तैयार किया जाता है। बारिश ने किसानों की मुश्किल को आसान कर दिया है। किसान अब रोपाई के कार्य में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। दैनिक जागरण टीम ने शनिवार सुबह सतलुज दोआब ¨लक नहर पार मंड क्षेत्र का दौरा किया, जहां पर जगह-जगह पर धान की रोपाई की जा रही थी। कहीं पर खेत ट्रैक्टर द्वारा तैयार किए जा रहे थे।
गांव मालेवाल निवासी किसान जो¨गदर ¨सह ने बताया कि यह बारिश धान की रोपाई के लिए सोने पर सुहागे जैसी है। किसानों की काफी परेशानी ऊपर वाले ने दूर कर दी है। बारिश नहीं होती तो ट्यूबवेल चलाने पड़ते और लेकिन अब नाममात्र ही ट्यूबवेल चल रहे हैं।
किसान बाबा सोहन ¨सह ने बताया कि कई किसान जिनके पास ट्यूबवेल नहीं हैं, उनकी जरूरत को भारी बरसात ने पूरा कर दिया है और वो रोपाई के कार्य में जुट गए हैं। बारिश से उनके तेल का पैसा भी बच गया। इससे किसानों की लागत भी कम होगी और भूमिगत पानी का भी बचाव होगा।
किसान सुरजीत भाटिया गोलूमाजरा का कहना है कि गरीब किसान को इस बारिश ने हर प्रकार से प्रसन्न कर दिया है। बारिश को देख नहरी विभाग ने पानी फिर बंद कर दिया है। नगर के साथ कई किसान पानी नहर से ही लेते हैं। उनको जरूर कठिनाई हो रही होगी, लेकिन बारिश पर्याप्त मात्रा में हुई है। रोपाई के लिए मजदूर न मिलने से परेशानी
किसान सुरजीत कोहली रैलमाजरा ने बताया कि कई जगह पर किसानों ने खेत की तैयारी कर रखी है, परंतु मजदूर रोपाई करने के लिए नहीं मिल रहे हैं। धान रोपाई के मजदूर 2500 रुपये से लेकर चार हजार रुपये तक ले रहे हैं।