नवांशहर में रिटायर्ड टीचर से पहले तीन ब्लैंक चेक साइन कराए, फिर गला घोंटकर मार डाला
पुलिस ने रिटायर्ड टीचर महिंदर सिंह की हत्या की गुत्थी सुलझा दी है। गांव के ही आरोपित ने पहले बुजुर्ग से तीन ब्लैंक चेक साइन करवाए और फिर उनका गला घोंट दिया।
जेएनएन, नवांशहर। पुलिस ने गांव गरचा में चार दिन पहले हुए 85 वर्षीय बुजुर्ग महिंदर सिंह के कत्ल मामले की गुत्थी सुलझा दी है। वारदात को गांव के ही रहने वाले एक युवक ने अंजाम दिया था। उसने बुजुर्ग को विश्वास में लेकर पहले तीन ब्लैंक चेक पर उनके साइन करवाए और फिर गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। बुजुर्ग अकेले रहतेे थे और दो वर्ष पूर्व उनकी पत्नी का देहांत हो गया था। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही रहने वाले करणप्रीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गांव गरचा के रहने वाले जोगा सिंह ने बताया कि वह खेतीबाड़ी का काम करता है। उसके ताया का के बेटे सेवानिवृत्त शिक्षक महिंदर सिंह उसके घर के साथ ही रहते थेे। महिंदर सिंह केे कोई बच्चेे नहींं थेेे। उनकी पत्नी की भी दो वर्ष पूर्व मौत हो चुकी थी। महिंदर सिंह ने घरेलू व रसोई के कामों के लिए गांव की ही महिला बख्शीश कौर को रखा था।
10 सितंबर को बख्शीश कौर के दोहते के बीमार होने कारण वह काम पर नहीं आई। इस दौरान महिंदर सिंह अपने चचेरे भाई के घर से ही टिफिन में खाना लेकर जाते थे। सुबह के समय जब महिंदर सिंह खाना लेने नहीं आए तो उसकी पत्नी महिंदर सिंह के घर गई, पर मेन गेट न खोले जाने पर वह वापस घर आ गई।
14 सितंबर की सुबह साढ़े 10 बजे वह अपने भाई रघुबीर सिंह को अपने साथ लेकर महिंदर सिंह के घर की दीवार को फांदघर के अंदर गए। उन्होंने महिंदर सिंह को आवाज दी, पर अंदर से दरवाजा नहीं खोला गया। उन्होंने गांव के हरभजन सिंह को अपने साथ बुला लिया और कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए। वहां देखा कि कमरे में महिंदर सिंह अपने बिस्तर पर मृत पड़े हैं।
जोगा सिंह ने कहा कि महिंदर सिंह ने 10 दिन पहले बताया था कि गांव का ही रहने वाला करणप्रीत सिंह उर्फ करणी ने उसे जान से मारने की धमकी दी है। उसे करणी से जान का खतरा है। करणप्रीत सिंह ने महिंदर सिंह के घर से करीब डेढ़ माह पहले 85 हजार रुपये चोरी भी किए थे, जिसकी शिकायत महिंदर सिंह ने गांव की पंचायत में की थी।
उस दौरान पंचायत के सामने करणप्रीत ने महिंदर सिंह को रुपये वापस कर दिए दिए थे। जब पुुलिस ने आरोपित करणप्रीत से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह बुजुर्ग के घर अक्सर चोरी करने के लिए जाता रहता था। वह बीते दिनों भी उसके घर पर चोरी करने गया था। वह कमरे में छिपकर बैठा तो उसके मोबाइल की घंटी बज गई। इससे बुजुर्ग को उसके बारे में पता चल गया। वह उसके मुंह पर हाथ रखकर उसे अंदर कमरे में ले गया, ताकि आवाज बाहर न आए। इसके बाद उसने बुजुर्ग से चार खाली ब्लैंक चेक पर साइन करवा लिए और उसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
पुलिस ने आरोपित से बरामद किए तीन चेक
पुलिस ने आरोपित के पास से तीन ब्लैंक चेक बरामद कर लिए हैं। इनमे से एक पर पांच लाख व दूसरे व दो लाख रुपये की राशि भरी हुई थी, जबकि एक चेक को गलत भरने के कारण फाड़ कर फेंक दिया था।
कत्ल वाली रात कमरे की खिड़की से निकला बाहर
आरोपित ने पुलिस के पास कबूला कि अक्सर चोरी करने के कारण उसने बुजुर्ग के कमरे की साथ लगती खिड़की को इतना ढीला कर दिया था कि वह इसे निकाल लेता था और बाद में वहां पर उसे लगा भी देता था। कत्ल वाली रात भी उसने खिड़की की ग्रिल को निकाला और कमरे से बाहर निकल गया।