सीट बेल्ट न लगाने पर नौ महीनों में कटे 2199 चालान, फिर भी चालक बेपरवाह
लोग ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाकर अपनी ही जान को जोखिम में डाल रहे हैं।
ऋषि चंद्र, नवांशहर : चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य होता है ताकि वाहन चालक और सह चालक सुरक्षित रह सकें। लोग ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाकर अपनी ही जान को जोखिम में डाल रहे हैं। यही कारण है कि पिछले नौ महीनों में ट्रैफिक पुलिस ने 2199 चौपहिया वाहन चालकों के सीट बेल्ट न पहने होने के चालान काटे हैं। सीट बेल्ट न पहनने वाले औसतन रोजाना नौ लोगों के चालान काटे जा रहे हैं। चौपहिया वाहनों में सेफ्टी बेल्ट अनिवार्य इसलिए है कि एकदम ब्रेक लगने से या वाहन की टक्कर होने से लगने वाले झटके से ड्राइवर व साथ बैठे व्यक्ति का बचाव हो सके। सीट बेल्ट न पहनी होने के कारण ऐसे मामलों में व्यक्ति की जान को खतरा हो सकता है लेकिन कई चालक इसे सिर्फ एक ट्रैफिक नियम समझते हैं और अपनी जान को जोखिम में डाल लेते हैं। कई ऐसे चालक भी हैं जो पुलिस को देखकर तो सीट बेल्ट लगा लेते हैं और उनके इधर-उधर होते ही सीट बेल्ट खोल देते हैं। रोड सेफ्टी नियमों को लेकर पुलिस सख्त, लोगों का रवैया लापरवाह
जिले में आए दिन सीट बेल्ट न पहनने के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसके बावजूद कुछ लोगों को रोड सेफ्टी के नियमों का ध्यान ही नहीं है। पुलिस अधिकारी कहते हैं कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। अधिकारियों के मुताबिक लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूल व कालेजों में सेमिनार लगाए जाते हैं। लोगों को जगाने के लिए एनजीओ की सहायता भी ली जाती है, जो लोगों को बताते हैं कि वाहन चलाते समय रोड सेफ्टी नियमों का पालन करें। रोड सेफ्टी के नियमों का पालन करने से वाहन चालक अपनी तथा सह चालकों की जान बचा सकते हैं। पुलिस तो सख्त है लेकिन लोगों को भी अपना लापरवाह रवैया बदलना होगा। कमर्शियल वाहन चालक नहीं लगाते सीट बेल्ट
सभी चौपहिया वाहनों में सीट बेल्ट लगी होती है। ड्राइवर तथा साथ बैठे सहचालक को सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य होता है। कारों को चलाने वाले लोग तो कभी-कभी सीट बेल्ट का इस्तेमाल कर लेते हैं, लेकिन बस, ट्रक और टेंपो चालक सीट बेल्ट का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं। वह सिर्फ चालान से बचने के लिए चौराहों में तथा यहां पुलिस खड़ी होती है वहां ही सीट बेल्ट का इस्तेमाल करते हैं अन्यथा सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं करते। सीट बेल्ट पहन अपनी व दूसरों की करें सुरक्षा : रतन सिंह
ट्रैफिक इंचार्ज रतन सिंह कहते हैं कि वाहन लोगों की सुविधा के लिए होता है। जीवन को आसान बनाने के लिए वाहन बनाया गया है। सुरक्षा के लिए बने वाहन को चलाते वक्त नियमों का ध्यान रखना जरूरूी होता है। लोग नियमों का उल्लंघन कर लापरवाही से अपनी जिदगी को खतरे में डालते ही हैं तथा अपने साथ दूसरों की जिदगी भी दांव पर लगा देते हैं। ट्रैफिक पुलिस द्वारा किए सीट बेल्ट के चालान
जनवरी में - 257
फरवरी में - 231
मार्च में - 368
अप्रैल में- 296
मई में - 199
जून में - 281
जुलाई में - 246
अगस्त में - 144
सितंबर में - 177