रात आठ बजे से पहले व दस बजे के बाद भी खूब चले पटाखे
जाटी, नवांशहर:पटाखों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर जिला प्रशासन ने तय समय पर पटाखे चलाने के निर
जाटी, नवांशहर:पटाखों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर जिला प्रशासन ने तय समय पर पटाखे चलाने के निर्देश जारी किए थे। लेकिन लोगों ने शाम तय समय से पहले व तय समय के बाद तक खूब पटाखे चलाए। उन्हें रोकने वाला कोई भी नहीं था। वीरवार को भी पटाखे चलाये गए, जबकि आज पटाखे चलाने पर पूरी तरह से पाबंदी थी। दिवाली के बाद केवल गुरु नानक देव जयंति, क्रिसमिस व नये साल पर तय समय पर ही पटाखे चलाये जा सकते हैं।
जिला मजिस्ट्रेट ने 1 नवंबर को आदेश जारी कर पटाखों को चलाने का समय तय किया था। इसके तहत रात 8 बजे से 10 बजे तक ही पटाखे चलाये जा सकते थे। लेकिन जिले में लोगों ने आदेशों की परवाह नहीं की। सूरज ढलते ही पटाखों का शोर शुरु हो गया और देर रात तक जारी रहा। पटाखों की धमक व इससे होने वाले प्रदूषण से दिल व अस्थमा के मरीजों को भारी परेशानी हुई। पटाखों को देर रात तक चलाने का क्रम जिले के विभिन्न हिस्सों में हुआ।
उल्लेखनीय है कि पटाखों के बेचने के मामले भी नियमों व कानून को खुलेआम तोड़ा गया। बाजारों में दिवाली से पहले से ही तंग बाजारों में पटाखों की दुकानें सज गई थी। यह तो गनीमत रही की पटाखों से कहीं कोई दुर्घटना नहीं हुई। जिस प्रकार बाजारों में पटाखों को बेचा गया उससे बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई थी।
पटाखों को केवल चु¨नदा स्थानों पर बेचने व समय पर ही पटाखों को चलाने की व्यवस्था प्रशासन की थी। लेकिन पटाखों के मामले में नियमों का पालन न तो लोगों ने किया और न ही प्रशासन के अधिकारियों ने। बाजारों में पटाखों के सजे होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस से ली जाएगी रिपोर्ट : डीसी
डिप्टी कमिश्नर विनय बबलानी ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसके बारे में पुलिस से रिपोर्ट ली जाएगी। पटाखे केवल तय समय पर बिकने थे और तय समय पर ही चलाये जाने थे। पुलिस से पूछा जाएगा कि क्या उन्होंने इसे रिकॉर्ड किया है।