एनपीएस के विरोध में मुलाजिमों ने काले बिल्ले लगाकर किया काम
साल 2004 के बाद भर्ती हुए अलग-अलग विभागों में काम करते समूह मुलाजिमों ने मंगलवार को पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी के आह्वान पर न्यू पेंशन स्कीम का विरोध करने के लिए अपने अपने दफ्तरों में सुबह से काले बिल्ले और काली पट्टियां डालकर काम किया। इस अवसर पर प्रैस को जानकारी देते हुए गुरदियाल मान जिला कनवीनर पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी ने कहा कि हाई कोर्ट इलाहबाद में अपने फैसले में सरकार को कहा है कि यदि नई पेंशन स्कीम लाभकारी है तो फिर सरकार अपने विधायकों पर नई पेंशन स्कीम लागू करे, परन्तु नहीं कर रही। विधायकों को पुरानी पेशन स्कीम अधीन क्यों लाया जा रह ाहै
जेएनएन, नवांशहर:साल 2004 के बाद भर्ती हुए अलग-अलग विभागों में काम करते समूह मुलाजिमों ने मंगलवार को पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी के आह्वान पर न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) का विरोध करने के लिए अपने अपने दफ्तरों में सुबह से काले बिल्ले और काली पट्टियां डालकर काम किया। इस अवसर पर प्रैस को जानकारी देते हुए गुरदियाल मान जिला कनवीनर पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी ने कहा कि इलाहबाद हाईकोर्ट में अपने फैसले में सरकार को कहा है कि यदि नई पेंशन स्कीम लाभकारी है तो फिर सरकार अपने विधायकों पर नई पेंशन स्कीम लागू करे। विधायकों को पुरानी पेशन स्कीम अधीन क्यों लाया जा रहा है।
नई पेंशन स्कीम मुलाजिमों से धक्केशाही और बेइंसाफी वाली स्कीम है। इससे मुलाजिमों का बुढ़ापा और परिवार बर्बाद हो रहा है। इसलिए समूह कर्मचारी वर्ग में इस प्रति रोष है। अब कर्मचारी फैसला करेंगे कि किस पार्टी की सरकार बनानी है। क्योंकि मौजूदा वित्त मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में पुरानी पेंशन के फैसले संबंधी टिप्पणी करते हुए कहा कि इस बारे में सांसद सदस्यों ने तय करना है कि मुलाजिमों के पेंशन देनी है यह नहीं। अब समय आ गया है जब मुलाजिम यह फैसला करेंगे कि किस व्यक्ति को संसद में भेजना है।
17 को जालंधर में राज्यस्तरीय रैली
नई पेंशन स्कीम के विरोध में 17 फरवरी को जालंधर में राज्य स्तरीय रैली की जा रही है। जिसे सब विभागों के कर्मचारी बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। शिक्षा विभाग, सेहत विभाग, आईटीआई, डीसी दफ्तर, दफ्तर, बैंक, पोस्ट आफिस, पावरकाम आदि दफ्तरों में काले बिल्ले लगाकर रोष प्रकट किया। इस अवसर पर उनके साथ जुझार सहूंगड़ा, बलवीर रक्कड़, हरप्रीत, अशोक पठलावा व विक्रमजीत राहों विक्की आदि उपस्थित थे।