किरती किसान यूनियन ने चक्क माई दास व ढंढूआ में बनाई यूनिट
बंगा तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस करवाने के लिए दिल्ली में चल रहे आंदोलन को और मजबूत करने के लिए किरती किसान यूनियन ने बंगा तहसील के गांव चक्क माई दास व ढंढूआ में यूनियन की यूनिट बनाई।
संवाद सहयोगी, बंगा
तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस करवाने के लिए दिल्ली में चल रहे आंदोलन को और मजबूत करने के लिए किरती किसान यूनियन ने बंगा तहसील के गांव चक्क माई दास व ढंढूआ में यूनियन की यूनिट बनाई। इस मौके पर कुलविदर सिंह वड़ैच, बूटा सिंह महमूदपुर व अवतार सिंह कट्ट ने कहा कि मोदी सरकार के अड़ियल रवैये के विरोध में कृषि के काले कानूनों को रद करवाने के लिए किसानों को लामबंद किया जा रहा है। 13 जनवरी को किसान संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा और काले कानूनों की प्रतियां जलाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि 18 जनवरी को महिला किसान दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर महिलाओं का विशाल सम्मेलन किया जाएगा। कुलविदर वड़ैच ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में हो रहे ट्रैक्टर मार्च में जिले से सैकड़ों ट्रैक्टरों का काफिला शामिल होगा। उन्होंने बताया कि यूनिट में गांव चक्क माई दास में तेलू राम सरपंच को प्रधान, सतनाम सिंह लाडी उपप्रधान, मोहन सिंह सचिव, अवतार सिंह सहायक सचिव, हरनेक सिंह कैशियर बनाया गया है और ढंढूआ में नंबरदार हरमनजीत सिंह, पंच राज कुमार, जगदीप सिंह, हरदीप सिंह सहित 22 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है।
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सामान सहित दिल्ली आंदोलन के लिए ट्रक रवाना
संवाद सू्त्र, मजारी
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा खेती सुधार संबंधी पास किए गए कानूनों के विरोध में डेढ़ महीने से संघर्ष चल रहा है। मगर, केंद्र सरकार इन कानूनों को वापस नहीं ले रही है। वह किसानों से बैठक कर उन्हें परेशान कर रही है। मगर, किसान इन कानूनों को रद करवाने के लिए ही आंदोलन कर रहे हैैं। वहीं संघर्ष कर रहे किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कैप्टन रघबीर सिंह की अगुआई में गांव खानपुर कुल्लेवाल और एनआरआइ के सहयोग से 1.10 लाख रुपये के जरूरी सामान सहित भरा ट्रक दिल्ली के लिए रवाना किया गया।
कैप्टन रघबीर सिंह ने बताया कि किसानों को जरूरी वस्तुएं समय-समय पर पहुंचाई जाती रहेंगी। उन्हें किसी किस्म की कमी नहीं आने देंगे और साथ भगवान से प्रार्थना की है कि किसानों को इस संघर्ष में जीत हो। इस अवसर पर दलजिदर सिंह यूके, राणा सुरिदर सिंह, लखवीर सिंह, रविदर सिंह, बलकार सि बैंस, हरभजन सिंह आदि गांववासियों ने सहयोग दिया।