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भाकियू राजेवाल ने फूंका प्रधानमंत्री मोदी का पुतला

बलाचौर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) राजेवाल ने शहर के मुख्य चौक पर काले झंडे लहरा कर खेती कानूनों को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 10:23 PM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 10:23 PM (IST)
भाकियू राजेवाल ने फूंका प्रधानमंत्री मोदी का पुतला
भाकियू राजेवाल ने फूंका प्रधानमंत्री मोदी का पुतला

संवाद सहयोगी, बलाचौर

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भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) राजेवाल ने शहर के मुख्य चौक पर काले झंडे लहरा कर खेती कानूनों को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।

भाकियू राजेवाल के जिलाध्यक्ष निर्मल सिंह औजला और उपाध्यक्ष हरविदर सिंह चाहल के नेतृत्व में किसानों और मजदूरों की विभिन्न किसान नेताओं ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय समुदाय काले कानूनों के खिलाफ चल रहा है। जमीनी स्तर पर उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि कृषि विरोधी कानूनों के रद न होने तक किसानों व मजदूरों का संघर्ष चरणों में जारी रहेगा।

इस अवसर पर हरजिदर सिंह चहल, जोगिदर सिंह रंधावा, दिलदार सिंह चहल, भूपिदर सिंह सारा, तरलोचन सिह, गुरनाम सिंह, गुरदीप सिंह चहल जटपुर, हरदीप सिंह, जगतार सिंह, गरप्रीत सिंह, रामी सहदरा, नंबरदार कुलदीप सिंह, सतवीर सिंह सहदरा, रमनदीप सिंह, मनविदर सिंह, गुरप्रीत सिंह सजवलपुर आदि मौजूद थे।

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काठगढ़ मेन चौक में मजदूरों ने केंद्र सरकार का पुतला फूंका

संवाद सहयोगी, काठगढ़

किसान हो या मजदूर, उनके प्रति केंद्र सरकार की सोच सही नहीं है। इसलिए मजदूर भी किसानों के साथ खड़े हैं। जहां किसानों को बर्बाद करने के लिए तीन काले कानून लागू कर रखे हैं, वहीं मजदूरों को गुलाम बनाने के लिए भी तीन काले श्रम कानून सरकार ने घोषित कर रखे हैं। यह बात इफटू पंजाब के सचिव अवतार सिंह तारी ने मेन चौक काठगढ़ में मोदी सरकार का मजदूरों की ओर से पुतला फूंकने के दौरान काला दिवस मनाते हुए कही।

इस अवसर पर उनके साथ कामरेड निर्मल जंडी ,अशोक जनागल ग्रामीण मजदूर यूनियन के तहसील सचिव आदि भी मौजूद थे। अवतार सिंह तारी ने कहा कि मजदूरों के तीन काले कानूनों में पहला कानून 12 घंटे ड्यूटी करना, दूसरा यूनियन बनाने पर पाबंदी व तीसरा हड़ताल करने पर पाबंदी शामिल है। ये तीनों काले कानून मजदूरों को गुलाम बनाने की साजिश है। उन्होंने कहा कि मजदूर जाग उठा है और इसे लागू नहीं होने देंगे। देश को कारपोरेट घरानों के पास देश को गिरवी नहीं रखने देंगे।

निर्मल जंडी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार का मजदूर विरोधी चेहरा बेनकाब हो चुका है। अशोक जनागल ने कहा कि मजदूरों द्वारा सरमायेदारों से अपना हक मांगने में यह तीनों काले कानून बाधा हैं। उन्होंने कहा कि मजदूर और किसान अब दोनों एक ही प्लेटफार्म पर आ चुके हैं।

इस अवसर पर कृष्ण कुमार, अशोक कलार, मदनलाल, जसपाल, हरमन काठगढ़, सोनू काठगढ़, चमनलाल, यशपाल सिंह, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।


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