नकारात्मक सोच से स्वास्थ्य पर पड़ता है सबसे बुरा असर
आर्ट ऑफ लिविग चैप्टर नवांशहर की ओर से 16 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर हैप्पीनेस प्रोग्राम शिविर का आयोजन किया जाएगा।
जेएनएन, नवांशहर : आर्ट ऑफ लिविग चैप्टर नवांशहर की ओर से 16 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर हैप्पीनेस प्रोग्राम शिविर का आयोजन किया जाएगा। आर्ट ऑफ लिविग नवांशहर से इंचार्ज मनोज कंडा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुदर्शन क्रिया के माध्यम से आप अपने वास्तविक रूप में एक खुशहाल जिदगी जी सकते हैं। इससे आपकी फिटनेस अंदरूनी रूप से फिट रहेगी। जब आप गुस्सा करते हैं या तनाव और अवसाद से ग्रसित होते हैं। इसके अलावा जब आप नकारात्मक सोच से घिरे होते हैं तो इसका सबसे बुरा असर आप पर ही यानी आपके स्वास्थ्य पर पड़ता है, जिसके कारण आप दिन प्रतिदिन बीमार होते चले जाते हैं। फिर एक दिन ऐसा भी आता है कि आप अस्पताल का चक्कर लगाने लग जाते हैं। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सुदर्शन क्रिया के माध्यम से आप अपने वास्तविक रूप में एक खुशहाल जिदगी जी सकते हैं। इससे किसी भी तरह की बीमारी आप से कोसों दूर रहेंगे। जीवन जीने की कला संस्था के कार्यक्रमों का आधार है। हमारी सांस में एक महान रहस्य है। हरेक मनोभाव के लिए सांस एक विशेष लय में चलती है। श्री श्री रवि शंकर द्वारा प्रदत्त, सुदर्शन क्रिया, श्वासों को लयबद्ध करके मन और शरीर को तनाव से मुक्ति देती है और व्यक्ति को स्वाभाविक रूप से वर्तमान क्षण में जीवन जीने की कला सिखाकर सुखी और समृद्ध बनाती है।
मन व आत्मा सामंजस्य और संतुलन बढ़ता है
सुदर्शन क्रिया के अभ्यास से शरीर, मन, और आत्मा में सामंजस्य और संतुलन बढ़ता है। विश्व भर में विविध संस्कृतियों एवं परिवेश के आर्ट ऑ़फ लिविग कोर्स के असंख्य सहभागी ऐसा अनुभव बताते हैं कि सुदर्शन क्रिया के नियमित अभ्यास से जीवन में शांति, स्थिरता और रस का अनुभव करते हुए वे अपने आप से परिचित प्राप्त करते हैं। अनेक वैज्ञानिक शोध एवं अनुसंधानों में सुदर्शन क्रिया से होने वाले मानसिक और शारीरिक लाभों की पुष्टि की गई है।