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शहर पर नजर रख रही तीसरी आंख में मोतियाबिद, 55 कैमरे खराब

सीसीटीवी कैमरों की पूरी तरह नजर में रहने वाले प्रदेश के पहले जिला मुख्यालय नवांशहर के 70 प्रतिशत कैमरे इन दिनों खराब हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jan 2020 11:54 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 06:09 AM (IST)
शहर पर नजर रख रही तीसरी आंख में मोतियाबिद, 55 कैमरे खराब

सुशील पांडे,नवांशहर : सीसीटीवी कैमरों की पूरी तरह नजर में रहने वाले प्रदेश के पहले जिला मुख्यालय नवांशहर के 70 प्रतिशत कैमरे इन दिनों खराब हैं। शहर में लगाए गए 75 कैमरों में से मात्र 20 कैमरे ही चल रहे हैं। पुलिस की माने तो इसकी मुख्य वजह मरम्मत के लिए फंड न होने के अलावा एक ही इलेक्ट्रीशियन का होना है। सर्विलांस सिस्टम खराब होने के कारण शहर में वारदातें बढ़ी हैं। व्यापारियों का कहना है कि जब पुलिस ने उनसे मदद लेकर शहर में कैमरे लगाए थे तो मरम्मत का जिम्मा भी लिया था, लेकिन अब जब कैमरे खराब हो रहे हैं तो इनकी मरम्मत का जिम्मा भी पुलिस का ही बनता है।

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फिर से पुराने ढर्रे पर लौटने को मजबूर पुलिस

शहर के मुख्य चौराहों, बाजारों व सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में से अधिकांश बंद पड़े होने के कारण पुलिस को फिर पुराने ढर्रे पर ही अपराध से जुड़े मामलों का हल करना पड़ रहा है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से पुलिस को मामलों को सुलझाने में अहम जानकारियां मिलती रही हैं। पर अब सीसीटीवी कैमरों के न चलने के अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर हो चुके हैं।

सीसीटीवी लगाने में कभी मिसाल बना था नवांशहर

एक समय जिला मुख्यालय की पहचान सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों से लैस शहर के रूप में हुई थी। सुरक्षा के मद्देनजर शहर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की वजह से क्राइम पर तो कंट्रोल हुआ ही थी, साथ ही सड़क दुर्घटनाओं के असली कारण भी तुरंत पुलिस के सामने आने लगे थे। साल 2015 से 17 के बीच शहर को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम के साथ जोड़कर पंजाब का पहला शहर बनाया गया। इसमें पुलिस प्रशासन ने कुछ एनजीओ व समाज-सेवियों के सहयोग से कुछ सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। इनमें से कुछ कैमरों का सीधा कंट्रोल पुलिस कंट्रोल रूम के पास था। बाकी कैमरों का कंट्रोल प्राइवेट जगहों पर थे, जिन्हें पुलिस कभी भी एक्सेस कर सकती थी।

वर्ष 2015-16 में हुई थी शुरुआत

वर्ष 2015-16 के दौरान आर्य समाज नवांशहर, अन्य समाजसेवी संस्थाओं व व्यापार मंडल के सहयोग से सिटी पुलिस में पूर्व समय में तैनात रहे एसएचओ राज कुमार ने शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। जिसके तहत न केवल नए कैमरे लगाए गए थे, बल्कि बाजारों में लगे निजी कैमरों को एसएसपी दफ्तर में स्थापित कंट्रोल रूम से जोड़ा गया था। इससे क्राइम पर नकेल कसने में पुलिस को काफी मदद मिली थी।

इन चरणों में लगे थे कैमरे

पहले चरण में 16 कैमरे एसएसपी दफ्तर से आर्य कॉलेज तक को कवर कर रहे थे। आर्य समाज के सहयोग से सिटी थाना, सेशन जज रिहाइश रोड, केके मेडिकल हाल के साथ वाला बाजार, नेहरू गेट, फट्टी बस्ता चौक, सलोह रोड, कमेटी घर रोड, रेलवे रोड चौक, बीएलएम ग‌र्ल्स कॉलेज रोड, विकास नगर, आर्य कॉलेज आदि (राहों रोड पर स्थित सात शैक्षणिक संस्थाओं) पर सीसीटीवी कैमरेलगाए गए हैं।

जल्द ठीक होंगे सीसीटीवी कैमरे

डीएसपी नवांशहर हरलीन सिंह ने बताया कि सीसीटीवी ठीक करने के लिए उनके पास एक ही इलेक्ट्रीशियन है। ऐसे में जहां सीसीटीवी खराब या फिर बंद पड़े है, उन्हें जल्द ठीक करवा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस बारे में उच्चधिकारियों से बात हुई है। उच्चधिकारी भी कैमरों को ठीक करवाने के लिए गंभीर है।उन्होंने कहा कि कई समाज सेवी संगठनों व शहर के गणमान्य लोगों से भी बात हुई है।पुलिस को मिलने वाले फंडों से भी कैमरों को ठीक करवाने के इंतजाम किए जाएंगे।


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