Move to Jagran APP

बेटे बड़े पद पर और पोती एसडीएम फिर भी मां के हिस्से में आई सड़क, कीड़े पड़ने से मौत

पंजाब में दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जिस मां ने दो बेटों को जन्‍म दिया और नाजों से पाला उन्‍होंने उसे बेसहारा छोड़ दिया। वह भटकती रही और कीड़े पड़ने से मौत हो गई।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 09:43 AM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 09:43 AM (IST)
बेटे बड़े पद पर और पोती एसडीएम फिर भी मां के हिस्से में आई सड़क, कीड़े पड़ने से मौत
बेटे बड़े पद पर और पोती एसडीएम फिर भी मां के हिस्से में आई सड़क, कीड़े पड़ने से मौत

मुक्तसर, [रोहित कुमार]। दो बेटे और पोती बड़े ओदहों पर फिर भी बुजुर्ग मां के हिस्‍से में फुटपाथ आया। बेटों से ठुकराई बुजुर्ग मां सड़क के किनारे भिखारियाें की तरह छोटे से गत्‍ते और ईंट से बनाए ओट में पड़ी रही। अंत में 82 साल की बुजुर्ग मां की सिर में कीड़े लेने से मौत हो गई। उसकी पोती एसडीएम है और बड़ा बेटा रिटायर्ड जेई व नेता, दूसरा बेटा एक्साइज एंड टेक्सेशन विभाग में तैनात है।

loksabha election banner

एक बेटा रिटायर्ड जेई, दूसरा बेटा एक्साइज विभाग में, पोती है एसडीएम

'बड़े' ओहदेदार बेटों में बनती नहीं थी, इसलिए बंट गए, लेकिन इन्हें नौ माह तक कोख में पालने, जन्म देने और हमेशा ममता की छांव में रखने वाली मां किसी के हिस्से नहीं आई। उसके हिस्से आई तो मुफलिसी और सड़क...। वह सर्दी, बारिश और भीषण गर्मी खुले आसमान के नीचे एक ऐसी जगह पर काटती रही, जहां शायद पशुओं को भी कोई नहीं रखेगा।

 

 इस हालत में रहने को मजबूर थी बुजुर्ग मां।

बच्चों की अनदेखी की शिकार और 82 साल की हो चुकी महिंदर कौर के सिर में धीरे-धीरे कीड़े पड़ गए। वह बेसुध रहने लगी और आखिरकार एक दिन सड़क पर निढाल होकर गिर पड़ी। कई दिनों तक वह सड़क के किनारे ही पड़ी रही। आखिर सामाजिक संगठन सालासर सेवा सोसायटी को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती करवाया। यहीं पर उसकी पहचान उजागर हुई। आखिरकार इलाज के दौरान महिंदर कौर की मौत हो गई।

महिंदर कौर का बड़ा बेटा राजविंदर सिंह राजा पावरकॉम में जेई के पद से रिटायर हुआ है और हाल ही में सुखदेव सिंह ढी़ंढसा की पार्टी अकाली दल डेमोक्रेटिक में शामिल हुआ था। छोटा बेटा बलविंदर सिंह एक्साइज एंड टेक्सेशन विभाग में क्लर्क है। उनकी पोती एसडीएम के पद पर तैनात है।

जानकारी के अनुसार, महिला के दोनों बेटे करीब 30 साल से अलग रह रहे हैं। इन्होंने मां को अपने पास रखने की बजाय उसे बूड़ा गुज्जर रोड पर एक मंदिर के नजदीक एक व्यक्ति के पास देखभाल के लिए छोड़ दिया था। उस व्यक्ति ने भी बाद में बुजुर्ग को बेसहारा छोड़ दिया था। पिछले दिनों जब वह सड़क पर मिली तो सालासर सेवा सोसायटी ने उसे अस्पताल में दाखिल करवाया। बाद में बुजुर्ग का छोटा बेटा बलविंदर सिंह उसे इलाज के लिए फरीदकोट ले गया, जहां बुजुर्ग की मौत हो गई।

बलविंदर सिंह का कहना है कि उसकी पत्‍नी बीमार रहती है। वह डॉयलसिस पर है। उसका एक बेटा है। मां की देखभाल करने वाला घर में कोई भी नहीं था, इसलिए उसने मां की देखभाल के लिए एक व्यक्ति को रखा था, लेकिन उसने ध्यान नहीं रखा, जिससे यह हालत हुई।

---- 

ढींडसा ने पार्टी से निकाला, कहा-जो मां का न हुआ वह हमारे किस काम का

अकाली दल डेमोक्रेटिक के प्रधान सुखदेव सिंह ढींडसा ने मां को इस प्रकार छोडऩे वाले राजविंदर सिंह राजा को पार्टी से निकाल दिया है। ढींडसा के ओएसडी जसविंदर सिंह ने बताया कि पार्टी प्रधान ने उन्हें पार्टी से हटा दिया। उन्होंने कहा है कि जो व्यक्ति अपनी मां की कदर नहीं कर सकता उसका हमारी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी के वर्करों से भी कहा है कि राजा से किसी भी तरह का कोई मेल-जोल न रखे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.