चाची ने बेच दी चार हिस्सेदारों की जमीन
चार भाइयों की सांझी जमीन में से आधी उसकी पौत्रनुंह ने अकेली ही बेच डाली।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
चार भाइयों की सांझी जमीन में से आधी उसकी पौत्रवधू ने अकेली ही बेच डाली। इंतकाल करवाते समय चारों भाइयों का जिक्र तक नहीं किया गया। जब इसका पता उनके पौत्रों को चला तो उसने पुलिस को शिकायत दी।
गांव भलाईआणा निवासी सुखमंदर सिंह पौत्र काकड़ सिंह ने बताया कि उसके दादा चार भाई थे। इनमें काकड़ सिंह, बिशन सिंह, किशन सिंह व गुरादित्ता सिंह थे। इनमें से काकड़ सिंह व गुरादित्ता सिंह उर्फ घुमंडी शादीशुदा थे और बिशन व किशन की शादी नहीं हुई थी। तीन भाईयों की मौत के बाद बिशन सिंह अचानक ही घर से बिना बताए चले गए थे। इससे पहले हुए इंतकाल में दादा ने साढे 19 मरले जगह में से आधी जगह गुरादित्ता सिंह की पुत्रवधु कुलवंत कौर के नाम पर विरासत इंतकाल करवा दिया था। इसमें से आधी जगह कुलवंत कौर ने गांव के ही मनदीप कौर को बेच डाली। लेकिन इंतकाल करवाते समय न तो बिशन सिंह की मौत का कोई सर्टिफिकेट लगाया गया और न ही बिशन सिंह व चौथे भाई काकड़ सिंह व उसके रिश्तेदारों का कोई जिक्र किया गया। पटवारी बलवीर सिंह के साथ मिलीभगत कर कुलवंत कौर व नंबरदार हरभजन सिंह ने विरासत इंतकाल अकेली गुरांदित्ता सिंह के नाम पर करवा दिया। ऐसा कर उक्त लोगों ने धोखाधड़ी की है और बाकी हिस्सेदारों को उनका हिस्सा तक नहीं दिया गया। थाना गिद्दड़बाहा पुलिस ने कुलवंत कौर व नंबरदार हरभजन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।