धान की सीधी बुआई के लिए 30 जून तक पंजीकरण जरूरी
पंजाब सरकार भूजल को बचाने के लिए राज्य में धान और बासमती की बिजाई के लिए जागरूक किया।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब : पंजाब सरकार भूजल को बचाने के लिए राज्य में धान और बासमती की सीधी बुआई की तकनीक को बड़े पैमाने पर लागू कर रही है। इसको लेकर सरकार 1500 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि की घोषणा की है। जिसके बाद बड़ी संख्या में किसान सीधे धान की बुआई कर रहे हैं और पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा रहे हैं। हालांकि कुछ किसानों द्वारा धान और बासमती की सीधी बुआई के बावजूद अभी तक उनकी जानकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं की गई है। इस संबंध में मुख्य कृषि अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि पोर्टल पर पंजीकरण की अंतिम तिथि 30 जून है। सीधी बुआई के संबंध में अपना विवरण दर्ज करने की अपील की ताकि उन्हें रुपये मिल सके। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए इन विवरणों को आनलाइन पोर्टल पर दर्ज करना होगा। इस पोर्टल पर किसान के पंजीकरण के बाद ही धान और बासमती की सीधी बुआई के तहत क्षेत्र का सत्यापन अधिकारी और राजस्व विभाग द्वारा संबंधित क्षेत्र में जाकर किया जाएगा। पंजीकरण के समय किसान के पास आधार कार्ड, खेत नंबर, खसरा नंबर और सीधी बुआई के क्षेत्र की जानकारी होनी चाहिए। अंत में उन्होंने बताया कि इस पोर्टल पर सीधे धान और बासमती की बुआई करने वाले किसानों को ही अपना विवरण देना होगा। समय सीमा समाप्त होने के बाद किसी तरह के आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा। इसलिए सभी को समय रहते अपना रजिस्ट्रेशन करवा लेना चाहिए। इसके लिए कृषि विभाग से मदद ली जा सकती है।