श्री माछीवाड़ा साहिब, जागरण संवाददाता। देर रात हुई तेज बारिश के बीच आसमानी बिजली ने भी कहर बरपाया। इलाके में आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के परिवार की एक गर्भवती भैंस पर आसमानी बिजली गिरी। इस हादसे में भैंस की मौत हो गई।

पीड़ित परिवार के सदस्य नजीर हुसैन उर्फ ​​राजू वासी गुरुद्वारा रविदास मंदिर पुरानी सब्जी मंडी माछीवाड़ा ने बताया कि उनके पास एक भैंस थी, जिसे उन्होंने बच्चे की तरह पाला था। बीती रात हुई तेज बारिश हुई और तड़के बिजली गिरने से उसकी सात माह की गर्भवती भैंस की मौत हो गई। जिससे उसे भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।

उनका कहना है कि यह भैंस उनकी आमदनी का भी साधन थी। परिवारक सदस्यों ने प्रशासन से इस संबंध में उचित मुआवजा देने की मांग की है, ताकि नुकसान की भरपाई की जा सके।

बारिश व ठंडी हवाओं से लोगों ने महसूस की राहत

फरीदकोट। जिले भर में देर रात्रि हुई बारिश के चलते जहां तापमान गिरने के कारण मौसम में एक बार फिर से बदलाव देखने को मिला वहीं बारिश व तेज हवा के कारण कई क्षेत्रों में गेहूं की फसल बिछ गई। जिस कारण जहां आम लोगों ने तापमान बढ़ने के कारण हुई गर्मी से राहत महसूस की है वहीं किसानों को फसल खराब होने की चिंता सताने लगी है।

गौरतलब है कि वीरवार देर रात व शुक्रवार सुबह बादलों की तेज गर्जना के साथ क्षेत्र में कहीं हल्की तो कहीं जमकर बारिश हुई। इसके पश्चात भी दिन भी बादल छाए रहे और 18 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलती रहीं। जिसके कारण 6 डिग्री तक तापमान भी गिर गया। पहले जहां तापमान 31 डिग्री तक पहुंच गया था वहीं आज 25 डिग्री दर्ज किया गया। जिसके चलते समय से पहले मौसम में गर्मी महसूस कर रहे लोगों ने राहत की सांस ली।

पड़ेगी भीषण गर्मी

इतनी जल्दी गर्मी आने से लोगों को गर्मी अधिक होने की आशंका सताने लगी थी। लेकिन आज बदले मौसम में एक बार फिर से थोड़े दिनों के लिए गर्मी को कम कर दिया है। उधर दूसरी ओर क्षेत्र में जिन क्षेत्रों में तेज बारिश हुई वहां तेज हवाओं के चलते गेहूं की फसल बिछ गई।

किसानों को फसल में नुकसान की आशंका

जिसके कारण जिसके कारण नुकसान की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। किसान गुरप्रीत सिंह, सुखचैन सिंह, जशन प्रीत सिंह भुल्लर, जसवंत सिंह, खुशवंत सिंह आदि का कहना है कि इन दिनों फसल को बारिश की जरूरत तो थी, लेकिन हवा चलने के कारण नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि खासतौर पर गेहूं की अगेती फसल को नुकसान हुआ है। फसल बड़ी हो जाने के कारण गिर गई।

उन्होंने बताया कि फसल के गिरने के बाद पैदावार भी प्रभावित होती है और कटाई में भी दिक्कत आती है। गेहूं की अगेती फसल में बारिश का फायदा है। क्योंकि यदि गर्मी बढ़ जाती तो गेहूं का उत्पादन कम हो जाता।

वहीं खेतीबाड़ी अधिकारी करनजीत सिंह गिल का कहना है कि इस बारिश से गेहूं, सरसों, टमाटर आदि सभी फसलों को फायदा होगा। क्योंकि इस समय गेहूं को पानी की जरूरत थी और बारिश से गेहूं को फायदा है। लेकिन कुछ गेहूं की फसलें जिनको पहले से पानी लगा हुआ था वह तेज हवाओं के कारण वह जमीन पर बिछ गई हैं उनके उत्पादन में कमी आने की आशंका है।

Edited By: Swati Singh