भगवान कृष्ण ने तोड़ा इंद्र का घमंड
दीवाली पुर्व के अगले दिवस मनाया जाने वाली गर्वधन पूजा के मद्देनजर वीरवार को डेरा सिद्ध बाबा गंगा राम जी में गोर्वधन पूजा का आयोजन किया गया। इसके अलावा श्री प्रचीन गोशाला मंदिर व अन्य धार्मिक स्थानों पर गर्वधन पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर डेरे के मुख्य महंत बाबा भरपूर दास की मलकाने वालों ने विधी विधान अनुसार गोर्वधन पूजा की गई। जिसके उपरांत श्र
संवाद सूत्र, गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब)
वीरवार को डेरा सिद्ध बाबा गंगा राम जी में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। इसके अलावा श्री प्रचीन गोशाला मंदिर व अन्य धार्मिक स्थानों पर गोवर्धन पूजा की गई।
डेरे के मुख्य महंत बाबा भरपूर दास की मलकाने वालों ने विधि विधान अनुसार गोवर्धन पूजा की गई। जिसके उपरांत श्रद्धालुओं में अन्नकुट (कड़ी चावल) का लंगर वितरित किया गया। प्राचीन शास्त्रों के अनुसार जानकारी देते हुए डेरा प्रमुख बाबा भरपूर दास जी ने बताया की बरसात लिए इंद्र देवता की पूजा की जाती है। इससे कृष्ण भगवान के कहने पर बृज वासियों ने इंद्र देवता की पूजा छोड़ के अन्न पैदा करने वाले गोवर्धन पहाड़ की पूजा शुरू की दी। इससे खफा होकर इंद्र देवता ने भारी बरसात करके पूरी धरती को पानी के साथ भर दिया। इंद्र देवता ने इस हंकार को तोड़ने लिए कृष्ण भगवान ने गोवर्धन पहाड़ को अपनी उंगली पर उठा कर उसके नीचे सात दिन तक बृज वासियों को इंद्र द्वारा की जा रही बरसात से बचाव कर इंद्र देवता का अहंकार तोड़ा। जिसके बाद ही गोवर्धन पूजा करके यह अन्नकुट का त्योहार मनाया जाता है। श्री प्रचीन गोशाला मंदिर कमेटी के, एडवोकेट लवलीश गोयल के घर, श्री दुर्गा मंदिर में भी अन्नकुट वितरित किया गया।
इस मौके पर मुकेश गोयल, संजय ¨सगला, द¨वदर ¨सगला, महेश यादव, प्रधान सु¨रदर जैन ¨छदी बाबा, विनय गोयल, विक्की अग्रवाल, गोरा, म¨हदर बावा, विक्की ढल्ला, शाम लाल, सुखपाल ¨सह बोना, शालू जैन, ¨डपल शर्मा, रमेश मित्तल, तुषार जैन भी उपस्थित थे।