कृषि सुधार कानूनों को रद करे केंद्र
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांग की गई।
संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के बाद किसानी खत्म हो जाएगी। किसानी व किसान को बचाने के लिए केंद्र सरकार सच्चे मन से प्रयास करें। यह बात इंटक इंप्लाइज यूनियन पंजाब के प्रधान हंसराज खूंगर ने कही। उन्होंने कहा कि किसान बचेगा तो महाजन बचेगा। किसानी व किसान खत्म हुए तो कारोबार भी खत्म हो जाएंगे। जब किसान कह रहे हैं कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून से हमें फायदा नहीं हो रहा तो केंद्र सरकार न जाने किस दबाव में यह कानून बना लाई। प्रधान हंसराज खूंगर ने कहा कि अब इस कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए ही भारी संख्या में किसान दिल्ली बार्डर पर दिन रात धरने पर डटे हुए हैं लेकिन केंद्र सरकार ना जाने क्यों किसानों की मांग नहीं मान रही। केंद्र सरकार लाए गए इन कृषि कानूनों के रद करे। ------------------ गांव खोखर से जत्था दिल्ली रवाना
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे किसानों के संघर्ष में शामिल होने के लिए गांव खोखर के किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। गीतकार सेवक बराड़ ने बताया कि यह जत्था दिल्ली में संघर्ष कर रहे किसानों की हिमायत करेगे। भारतीय किसान सिद्धूपुर के प्रघान सुखपाल सिंह नंबरदार ने कहा कि जबतक केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए कृषि सुधार कानून रद्द नहीं होते हमारा धरना जारी रहेगा। उन्होंने ने कहा गांव से किसानों के धरने में शामिल होने के लिए यह सातवां जत्था रवाना हुआ है। दिल्ली रवाना होने से पहले जत्थे ने केंद्र सरकार खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।