अध्यापिका के तबादले के बाद मामला सुलझा
तीसरा क्लास के बच्चों को शिक्षक की ओर से पीटने से गुस्साए परिजनों ने बुधवार को सरकारी प्राइमरी स्कूल गांव मलोट के समक्ष धरना जमा दिया। इस दौरान उन्होंने शिक्षक व शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबा
जागरण संवाददाता, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
तीसरी क्लास के बच्चों को शिक्षक की ओर से पीटने से गुस्साए परिजनों ने बुधवार को सरकारी प्राइमरी स्कूल गांव मलोट के समक्ष धरना जमा दिया। इस दौरान उन्होंने शिक्षक व शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। परिजनों का आरोप था कि शिक्षका स¨तदरपाल कौर बच्चों को बेरहमी से पीटती है। जिस कारण बच्चे स्कूल जाने से भी डरते हैं। शिक्षका की ओर से लिखित माफी मांगने पर भी प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुई। अंत जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षका को किसी अन्य स्कूल में शिफ्ट किया तो कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
बच्चे के पिता सोनी ने बताया कि उसका नौ वर्षीय बेटा लख¨वदर ¨सह गांव मलोट दो के सरकारी प्राइमरी स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है। 23 अक्टूबर को उसके बेटे को स्कूल की इंचार्ज स¨तदरपाल कौर ने बेरहमी से पीटा था जिस कारण बच्चा स्कूल जाने से भी डरता है। उनके अनुसार बच्चे ने पहले भी घर में यह बात कही थी लेकिन उन्होंने गौर नहीं किया था। जबकि बीते दिनों जब उन्होंने बच्चे के शरीर पर निशान देखे तो उन्हें पता चला। उसके छोटे बेटे गुर¨वदर पर भी यह कहकर स्कूल आने पर रोक लगाई है कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। शिक्षका स¨तदरपाल कौर ने बताया कि बच्चे की हाजरी का रिकार्ड ठीक नहीं है। उसने इसी कारण उसे डांटा था पीटा नहीं। करीब एक घंटा चले इस धरने के दौरान शिक्षका ने लिखित तौर पर माफी भी मांगी। लेकिन परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। जिला शिक्षा अधिकारी मलकीत ¨सह खोसा मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनो पक्ष की बात सुनने के बाद शिक्षका स¨तदरपाल कौर का तबादला छाप्पियांवाली टिब्बे वाले स्कूल में किया। जिसके बाद परिजनों ने अपना धरना समाप्त किया।