अब मजदूरों ने गांव बधाई की जमीन पर किया कब्जा
पांच पांच मरले के प्लाट की बार बार मांग कर रहे मजदूरों ने देहाती मजदूर सभा के नेतृत्व में गांव बधाई में एकत्रित होकर गांव की पंचायती और शामलात जमीन पर कब्जा जमा लिया। इससे पहले गांव में रैली कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और 5-5 मरले के रिहायशी प्लाट काटने की भी मांग उठाई। उसके बाद मजदूरों ने कब्जे वाली जगह पर तंबू लगाने शुरू कर दिए।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
पांच-पांच मरले प्लॉट की मांग कर रहे मजदूरों ने देहाती मजदूर सभा के नेतृत्व में गांव बधाई में एकत्रित होकर गांव की पंचायती और शामलाट जमीन पर कब्जा जमा लिया। इससे पहले गांव में रैली कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और 5-5 मरले के रिहायशी प्लाट काटने की भी मांग उठाई। मजदूरों ने कब्जे वाली जगह पर तंबू लगाने शुरू कर दिए।
जैसे ही इस संबंधी प्रशासन के अधिकारियों को पता लगा तो बीडीपीओ के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके वाली जगह पर पहुंच गई। इस दौरान मजदूरों के साथ पुलिस का थोड़ा तकरार भी हुआ। बाद में बीडीओ ने मजदूरों के साथ मी¨टग की व विश्वास दिलाया कि चुनाव के बाद गरीबों को 5-5 मरले के रिहायशी प्लाट दे दिए जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि सभी तंबू हटा दो परंतु मजदूरों ने तंबू हटाने से मना कर दिया। इसी दौरान ही गांव के गिरजाघर में मजदूरों की तरफ से विशाल रैली करके और बाद में गांव की गलियों में रोष मार्च किया गया और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई।
सभा के जिला प्रधान हरजीत ¨सह मदरसा, इकाई प्रधान तारा ¨सह और काकू ¨सह ने कहा कि सात दशकों बाद भी जमीनों की कानी बांट कारण मजदूरों को न जमीनें दी गई, न घर बनाने के लिए प्लॉट और न ही गरीबों को कूड़े के ढेर लगाने के लिए कोई जगह दी गई है। जिस कारण मजदूरों में गुस्सा बढ़ रहा है और वह अपना हक लेने के लिए खुद ही लड़ाई लड़ रहे हैं। नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार की हिदायतों के मुताबिक रिहायशी प्लाट अप्रैल में अलॉट करने थे परन्तु प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई।
मजदूरों ने यह भी प्रस्ताव पास किया कि 19 सितंबर को होने वाली ब्लाक समिति और पंचायती चुनाव दौरान वोटों का बायकाट किया जाएगा।