Move to Jagran APP

खाली प्लाट बने गंदगी के डंप

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब शहर के हर रोड पर खाली पड़े प्लाट कूड़े के डंप ब

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Sep 2018 07:17 PM (IST)Updated: Mon, 03 Sep 2018 07:17 PM (IST)
खाली प्लाट बने गंदगी के डंप

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब

loksabha election banner

शहर के हर रोड पर खाली पड़े प्लाट कूड़े के डंप बनकर रह गए हैं। हालांकि बार-बार प्रशासन व नगर कौंसिल की ओर से आदेश जारी किए जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी यह समस्या जैसे की तैसे है। इस कूड़े को बाद में आवारा पशु सड़कों पर बिखेर रहे हैं जिस कारण कूड़ा लोगों के घरों तक पहुंच जाता है। सड़कों पर बिखरा कूड़ा और भी परेशानी खड़ी करता है और प्रदूषण भी फैलाता है। नगर कौंसिल की तरफ से चलाई गई स्वच्छ भारत मुहिम भी इसके आगे दम तोड़ते दिखाई दे रही है।

शहर के थांदेवाला रोड, ब¨ठडा रोड, अबोहर रोड, कोटली रोड, गोनियाना रोड के अलावा सब्जी मंडी के पास कूड़ा डंप बना हुआ है। यह खाली प्लाट खुले ही पड़े हैं। अधिकतर प्लाट की तो चारदीवारी भी नहीं करवाई गई। जबकि कुछ ने चारदीवारी करवाई है तो उसे गेट लगवाकर खुला छोड़ दिया है। जिस कारण गेट के माध्यम से यहां पर लोग कूड़ा फेंक देते हैं। इसी वजह से ही यह कूड़ा डंप बनकर रह गए हैं। इनमें फेंके गए कूड़े से पैदा होने वाली बदबू से आस पास के घरों को परेशानी होती है। जिस कारण बीमारियां फेलने का भी डर बना रहता है।

खाली प्लाट वालों पर कार्रवाई करने के लिए काफी बार चर्चा हुई है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई है। बार बार नगर कौंसिल की बैठक में व डीसी की ओर से दिए आदेश में यह कहा गया था कि खाली प्लाट वालों को नोटिस जारी किए जाएं और उनसे जुर्माना वसूल किया जाए। लेकिन अभी तक एक भी ऐसा केस नहीं आया जिसमें नगर कौंसिल ने जुर्माना वसूल किया हो।

बीते दिनों नगर कौंसिल के ईओ को एसडीएम राजपाल ¨सह ने भी आदेश जारी किए थे को खाली प्लाट में से कूड़ा चुकवाया जाए और प्लाट मालिक को दीवार करवाने को कहा था। लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। क्योंकि उसके कुछ दिनों बाद ही नगर कौंसिल के इओ की बदली हो गई और अब फिर से नगर कौंसिल लावारिस होकर रह गई है। इनसेट

जुर्माना व नोटिस देना ईओ का काम : बेदी

नगर कौंसिल प्रधान हरपाल ¨सह बेदी का कहना है कि वह तो कार्रवाई करने को तैयार हैं लेकिन जुर्माना समेत अन्य नोटिस आदि का कार्य तो ईओ का है। यदि वह होगा तो ही सब कुछ हो पाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.