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मरीज लाइन में और परिजन जमीन पर बैठ गुजारते हैं समय

जसप्रीत ¨सह मेहरा, श्री मुक्तसर साहिब भले ही डाक्टरों की कमी से जूझने के बावजूद मरीजों को बेहतर स

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Mar 2018 05:52 PM (IST)Updated: Tue, 13 Mar 2018 05:52 PM (IST)
मरीज लाइन में और परिजन जमीन पर बैठ गुजारते हैं समय
मरीज लाइन में और परिजन जमीन पर बैठ गुजारते हैं समय

जसप्रीत ¨सह मेहरा, श्री मुक्तसर साहिब

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भले ही डाक्टरों की कमी से जूझने के बावजूद मरीजों को बेहतर सेहत सेवाएं देने पर जिले का सिविल अस्पताल पंजाब में छठे स्थान पर है। परंतु यहां आने वाले मरीज व उनके परिजनों के बैठने की सहूलियत देने की बात करें तो यहां पर मात्र परेशानी ही सामने आती है। अस्पताल प्रशासन की ओर से अस्पताल में बड़ी संख्या में बेंच लगाए गए हैं परंतु इसके बावजूद मरीजों की आवाजाही काफी ज्यादा है। जिस कारण लगाए गए बेंच भी कम साबित हो रहे है।

मंगलवार को अस्पताल के भीतर प्रवेश द्वार के निकट लेबोरेटरी के पास जहां मरीज लाइन में लगे हुए दिखाई दिए। तो वही यहां पर लगाए गए बैंच भी मरीजों व उनके परिजनों से खचाखच भरे हुए थे। यहां पर एक्सरे रुम भी है। ऐसे में यहां पर हर समय टेस्ट करवाने वाले मरीजों की लंबी लंबी लाइनें लगी रहती है। यही हाल आंखों के आपरेशन रुम के बाहर दिखाई दिया। सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार को यहां पर आंखों के आपरेशन होते है। आज भी ऑपरेशन थे। मरीजों के परिजनों को ऑपरेशन थिएटर के भीतर जाने पर पाबंदी थी। जबकि बाहर मात्र दो ही बैंच थे। वह भी भरने कारण मरीजों के साथ आए परिजन नीचे जमीन पर लेटे व बैठे हुए दिखाई दिए। इसी तरह का जच्चा बच्चा विभाग के ऑपरेशन थिएटर के बाहर भी अकसर ही दिखाई देता है। आंख ऑपरेशन थिएटर की बात करें तो गांव खारा से अपने रिश्तेदार के साथ आए हरदीप युवक ने बताया कि थिएटर के बाहर बैठने के लिए बैंच दो ही थे। भरे होने कारण वह बाहर पार्क में गए तो वहां पर धूप काफी थी। इस लिए वह अपने परिजनों के साथ वापस थिएटर के पास आकर साथ बने बरामदे में बाहर नीचे जमीन पर लेट कर समय व्यतीत करने लगे। महिलाएं भी बच्चों समेत नीचे जमीन पर बैठकर समय व्यतीत कर रहे थे। इनसेट

मरीजों की संख्या अधिक होने से समस्या : एसएमओ

एसएमओ सुमन वधावन ने भी माना कि मरीजों और उनके साथ आने वाले परिजनों की संख्या अधिक होने कारण बैठने की व्यवस्था कम पड़ती है। हालांकि हाल ही में बैंच लगाए गए है। फिलहाल वह आंखों के आपरेशन थिएटर और जच्चा बच्चा विभाग आपरेशन थिएटर के साथ बने बरामदों में बैंच लगाने की व्यवस्था करेंगे।


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