लोकगीत पेश कर बटोरी वाहवाही
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब युवा पीढ़ी को पुरातन अमीर सभ्याचार को संभालने की प्रेरणा देने
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
युवा पीढ़ी को पुरातन अमीर सभ्याचार को संभालने की प्रेरणा देने के उद्देश्य को लेकर शहर के चक्क बीड़ सरकार रोड पर स्थित खालसा कॉलेज आफ एजुकेशन में पंजाबी सभ्याचार लोक गायकी पर समागम का आयोजन किया गया। इसमें लोक गायकी की विभिन्न वानगियों को विभिन्न रुपों में पेश करते हुए वाहवाही बटोरी गई। डॉ. प्रमोद धनौया द्वारा आयोजित इस समागम की शुरुआत शब्द गायन के साथ हुई। जिसमें अमनजीत व उसके ग्रुप द्वारा पंजाबी वर्णमाला को सामूहिक गीत के रूप में पेश किया गया। र¨वदरजीत कौर ने अपनी साथियों समेत सुहाग, नवजोत कौर ने साथियों समेत दोगाने की पेशकारी करने के साथ ही सामूहिक नाच पेश कर तालियां बटोरी। इसी तरह एवनदीप व अमनजीत ने लोक गीत, लवप्रीत ने माहिया पेश कर सभी को मोहित कर दिया। राज¨वदर व उसकी साथियों द्वारा लोक गीत बापू वे अड्ड हुन्नी आ को नाटक के रुप में पेश करते हुए सराहना बटोरी। इसी तरह अन्य छात्र-छात्राओं ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर मोहित कर दिया। अंत में ¨प्रसिपल डॉ.तरलोक बंधू ने इस समागम को करवाने के लिए प्रोग्राम इंचार्ज डॉ.धनौया के इस प्रयास की सराहना करते हुए सभी छात्र-छात्राओं को पंजाबी सभ्याचार से जूड़े रहने की प्रेरणा दी। मंच संचालन कौर, रमनदीप कौर व मनप्रीत कौर ने अदा की। इस मौके पर छात्र-छात्राएं व स्टाफ के सदस्य भी मौजूद थे।