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गांव खुंडे हलाल मामले में पुलिस को 24 अगस्त को रिपोर्ट पेश करने का आदेश

पंजाब राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के सदस्य ज्ञान चंद तथा प्रभादयाल ने लोगों को शिकायतें सुनी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 05:49 PM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 05:49 PM (IST)
गांव खुंडे हलाल मामले में पुलिस को 24 अगस्त को रिपोर्ट पेश करने का आदेश
गांव खुंडे हलाल मामले में पुलिस को 24 अगस्त को रिपोर्ट पेश करने का आदेश

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब पंजाब राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के सदस्य ज्ञान चंद तथा प्रभदयाल ने शुक्रवार को बठिडा रोड स्थित कैनाल रेस्ट हाउस में दलित समुदाय के पीड़ित लोगों की शिकायतें सुनीं। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को उनका निपटारा करने के निर्देश दिए। आयोग के सदस्यों की ओर से बेशक क्षेत्र की करीब दस शिकायतें सुनी गईं लेकिन आयोग के सदस्य विशेष तौर पर गांव खुंडे हलाल के निवासी बोहड़ सिंह की ओर सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी करने और इसके उपरांत उसके बेटे लखबीर सिंह पर दर्ज हुए दुष्कर्म के मामले, एक व्यक्ति की ट्रैक्टर से बांधकर पिटाई करने तथा एक सरपंच का पंचायत सेक्रेटरी की ओर से रिकार्ड न देने और उल्टा गबन का आरोप लगाने के मामले की पड़ताल के लिए पहुंचे थे।

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मृतक बोहड़ सिंह की पत्नी कर्मजीत कौर ने पंजाब राज्य अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के चेयरमैन के पास शिकायत की थी कि उसके पति ने गांव के जमींदार से परेशान होकर 30 मई को खुदकुशी कर ली थी। उसने जमींदार की जमीन ठेके पर ली हुई थी। जमींदार ने उसकी फसल काट ली गई थी। समझौता होने के बावजूद जमींदार ने न तो दो लाख रुपये दिए और न ही गेहूं दिया था जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में बेशक पुलिस की ओर से पर्चा दर्ज कर लिया गया, लेकिन न तो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया और न ही इस केस में एससीएसटी एक्ट की धारा लगाई गई।

उसके पति की ओर से खुदकुशी करने लेने की घटना के एक सप्ताह बाद ही उसके 18 वर्षीय बेटे लखबीर सिंह को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसा दिया गया। पुलिस की ओर से उसके बेटे के खिलाफ दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। इस मामले की पड़ताल के लिए विशेष तौर पर पहुंचे आयोग के सदस्यों ने विधवा कर्मजीत कौर की दास्तां सुनीं। आयोग के सदस्यों ने कहा कि यह मामला उन्हें भी झूठा लगता है। आयोग की ओर से पीड़िता को इंसाफ दिलाया जाएगा। सदस्यों ने बताया कि संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, इस मामले की पूरी तहकीकात करके इसकी रिपोर्ट 24 अगस्त को आयोग के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में पेश करें। इसी तरह ट्रैक्टर से बांधकर पीटने और सरपंच का रिकार्ड न देने की रिपोर्ट भी संबंधित अधिकारियों को 24 अगस्त को पेश करने का हुकम दिया है।

इस मौके पर अशोक महिदरा, प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जिले भर के डीएसपी और थानों के प्रभारी भी मौजूद थे।


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