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एसोसिएट स्कूलों को बंद करना चाहती है सरकार : सुरजीत

पंजाब एसोसिएट स्कूल एसोसिएशन के ज्वाइंट एक्शन फ्रंट की राज्य स्तरीय बैठक सिटी होटल में संगठन के राज्य अध्यक्ष सुरजीत ¨सह संधू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राज्य भर के विभिन्न जिलों से बडी संख्या में नेताओं ने शिरकत की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 06:00 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 06:54 PM (IST)
एसोसिएट स्कूलों को बंद करना चाहती है सरकार : सुरजीत
एसोसिएट स्कूलों को बंद करना चाहती है सरकार : सुरजीत

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब : पंजाब एसोसिएट स्कूल एसोसिएशन के ज्वाइंट एक्शन फ्रंट की राज्य स्तरीय बैठक सिटी होटल में संगठन के राज्य अध्यक्ष सुरजीत ¨सह संधू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राज्य भर के विभिन्न जिलों से बडी संख्या में नेताओं ने शिरकत की। बैठक दौरान पंजाब सरकार के शिक्षा को निघार करने वाले फैसले विरुद्ध आवाज बुलंद की गई। इस मौके पर सुरजीत ¨सह संधू ने कहा कि पंजाब सरकार उन 2211 एसोसिएट स्कूलों को बंद करना चाहती है जिनको वर्ष 2011 में एसोसिएट का दर्जा दिया गया था व इन स्कूलों की चे¨कग विभिनन समय दौरान बोर्डो के नुमाइंदों द्वारा की जाती रही है। इन स्कूलों को बंद करके सरकार गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा से वंचित करने जा रही है, क्योंकि इन स्कूलों में 5 से 6 लाख गरीब विद्यार्थी शिक्षा ले रहे है व इन स्कूलों में पढ़ा रहे लगभग 50 से 60 हजार अध्यापकों के परिवारों की रोजी रोटी इन स्कूलों पर निर्भर करती है, जोकि सरकार इनसे छीनने जा रही है व फ्रंट के सचिव लखवीर ¨सह ने बताया कि यह स्कूल सरकार के सहयोगी स्कूल है, क्योंकि इन स्कूलों के परिणाम प्रत्येक वर्ष बोर्ड के परिणामों की प्रतिशत से अधिक अच्छे होते है व फ्रंट के कैशियर उम¨रदर ¨सगला ने बताया कि यह 2211 एसोसिट स्कूल 6 हजार रूपए प्रति साल हर स्कूल बोर्ड को कंटीन्यूशन के रूप में देकर बोर्ड की वित्तीय सहायता भी कर रहे है बदले में 5 से 6 लाख विद्यार्थियां को बिना किसी सरकारी सहायता से बहुत कम फीस लेकर उच्च मियारी शिक्षा दे रहे है व

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अंत में जिला श्री मुक्तसर साहिब के प्रधान विक्की नरूला ने गागर में सागर भरते हुए कहा कि यह सभी स्कूल मां बोली पंजाबी की होंद को बचाने के लिए बहुत सहाई है । मां बोली की सेवा कर रहे है व इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते व बड़े बड़े स्कूलों में पढ़ाने की उनकी सामर्थया नहीं है, इसलिए सरकार को चाहिए कि 5 से 6 लाख विद्यार्थियां व इन स्कूलों से जुडे 50 से 60 हजार अध्यापकों के परिवारों की रोजी रोटी का ध्यान रखते हुए इन

स्कूलों के कंटीन्यूशन प्राफार्मो जारी रखने चाहिए व बोर्ड द्वारा जारी पत्र जल्द से जल्द वापिस लिया जाए। इस बैठक में विभिन्न

जिलों से आए लुधियाना से प्रितपाल ¨सह, जेपी भट्ट, ब¨ठडा से जगदीश घई, हरिओम ठाकुर, शाम लाल, श्री अमृतसर साहिब से जगदीश राणा, मनोज सरीन, फिरोजपुर से चंद्र सैन, फाजिल्का से माही राम, गुरूहरसहाए से संजीव खन्ना, जलालाबाद से अभिषेक कुमार, हरदम ¨सह, मुक्तसर से विजय गोयल, परमजीत ¨सह, गगनदीप, सुदर्शन बेदी, सतपाल मुतनेजा उपस्थित थे।


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