दीपावली पर खरीदारी के लिए बाजारों में उमड़े लोग
रोशनी के त्योहार दीपावली पर्व को लोगों ने भारी उत्साह पाया जा रहा है। इस बार जहां लोगों ने चाइनीज सामान से किनारा किया वहीं दीये व भारत में बने सामान को प्राथमिकता दी। लोग मिट्टी के बने दीये जगह जगह से खरीद करते नजर आए। हालांकि इस बार पटाखा विक्रेता कुछ मायूस रहे क्योंकि हाईकोर्ट व प्रशासन की सख्ती के कारण वह खुलकर पटाखे नहीं बेच पा रहे हैं। हालांकि चोरी छिपे वह अपना कारोबार कर रहे हैं। लेकिन पहले की तरह खुलकर काम नहीं कर रहे। बाजारों में भी दुकानदारों ने त्योहार के नाम पर अतिक्रमण कर रहा है। जिस कारण जगह जगह जाम लगते देखे गए।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
रोशनी के त्योहार दीपावली पर्व को लोगों ने उत्साह पाया जा रहा है। इस बार जहां लोगों ने चाइनीज सामान से किनारा किया वहीं दीये व भारत में बने सामान को प्राथमिकता दी। लोग मिट्टी के बने दीये खरीद करते नजर आए। हालांकि इस बार पटाखा विक्रेता कुछ मायूस रहे क्योंकि हाईकोर्ट व प्रशासन की सख्ती के कारण वह खुलकर पटाखे नहीं बेच पा रहे हैं। बाजारों में भी दुकानदारों ने त्योहार के नाम पर अतिक्रमण कर रहा है। जिस कारण जगह जगह जाम लगते देखे गए।
शहर में हर चौक व चौराहे पर दीये बेचने वाले बैठे हैं। कहीं एक तो कहीं दो। इनके पास से लोग दीये खरीद रहे हैं। दीये बेचने वालों का कहना है कि हालांकि उन्हें इतनी उम्मीद नहीं थी। क्योंकि लोग चाइनीज सामान को अधिक तरजीह देते हैं। लेकिन इस बार लोगों ने चाइनीज सामान की बजाए उनसे दीये अधिक खरीद किए हैं।उन्होंने इस बार कम दीये बनाए थे। लेकिन फिर भी उनका सीजन अच्छा लग रहा है। बाजार में चाइनीज सामान की बिक्री भी कम है। दुकानदारों ने चाइनीज सामान बहुत कम मंगवाया है। जिनके पास पुराना पड़ा है वही बेचा जा रहा है।
हालांकि बाजार में पटाखों की बिक्री पूरण तौर पर बंद है। क्योंकि पटाखे बेचने के लिए जगह निर्धारित की गई है। फिर भी इसके बावजूद कुछ पटाखा विक्रेता चोरी छिपे पटाखे बेच रहे हैं। पुलिस के कर्मचारी भी इन पटाखे की दुकान पर खड़े देखे गए लेकिन किसी ने इन्हें रोका नहीं। ऐसा क्यों नहीं हुआ अब यह तो पुलिस कर्मचारी ही बता सकते हैं। इनसेट
जगह-जगह लगता रहा जाम
बाजार में अधिकतर दुकानदारों ने त्योहार के नाम पर अतिक्रमण कर रखा है। आधी सड़क तक रोक रखी है। जिस कारण जगह जगह जाम लगता रहा और लोग परेशान होते रहे। हालांकि बीते दिनों कुछ पुलिस कर्मियों व समाज सेवी लोगों ने बाजार में अतिक्रमण हटाने की बात करते हुए अपनी खबर भी प्रकाशित करवाई थी। लेकिन वह मात्र खानापूर्ति करने के लिए ही थी। असल में अतिक्रमण हटाने के लिए यह लोग गए ही नहीं।