बीडीपीओ दफ्तर में मनरेगा मजदूरों की हाजिरी को लेकर को भिड़े ग्रामीण
मनरेगा मजदूरों की हाजिरी को लेकर गांव शेरगढ में दो पक्षों मे लडड़ाई हो गई।
जागरण संवाददाता, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
मनरेगा मजदूरों की हाजिरी को लेकर गांव शेरगढ़ ज्ञान सिंह वाला के ग्रामीण गांव मलोट में स्थित बीडीपीओ दफ्तर में ही भिड़ गए। इस लड़ाई में नौ लोग जख्मी हो गए। एक व्यक्ति को ज्यादा चोटें लगी होने के कारण फरीदकोट के गुरु गोबिद सिंह मेडिकल कालेज एवं अस्पताल रेफर किया गया है। थाना सदर पुलिस ने इस मामले में दोनों ही पक्षों के एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ क्रास केस दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। सभी आरोपित अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
थाना सदर के तफ्तीश अधिकारी एएसआइ गुरमीत सिंह ने बताया कि गांव शेरगढ़ ज्ञान सिंह वाला में पुरानी पंचायत के दौरान हरी राम को मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाने के लिए मेट के तौर पर नियुक्त किया हुआ था। 2019 में पंचायती चुनाव के बाद जब नई पंचायत बन गई तो हरपाल राम को मेट नियुक्त कर दिया गया लेकिन इस नियुक्ति के बाद दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। इस विवाद को निपटाने के लिए शुक्रवार को बीडीपीओ ने दोनों पक्षों को अपने दफ्तर में बुलाया था। एक पार्टी बीडीपीओ से बातचीत करके बाहर निकल रही थी तो दूसरी पार्टी के लोग वहां पर पहुंच गए। इस दौरान ही दोनों पक्ष भिड़ गए। दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर लाठियों व किरपानों से हमला कर दिया। इस लड़ाई में एक पक्ष के तीन तो दूसरे पक्ष के छह लोग घायल हो गए। घायलों को गांव आलमवाला के हेल्थ सेंटर में दाखिल कराया गया। ज्यादा जख्मी सुरजन राम पुत्र लाहौरी राम को फरीदकोट के गुरु गोबिद सिंह मेडिकल रेफर कर दिया गया।
मनरेगा यूनियन के नेता सुदर्शन जग्गा ने बताया कि लड़ाई की असल वजह काम करने वाले मजदूरों की हाजिरी न लगाना और उनकी मस्ट्रोल को आनलाइन न करना और गैरहाजिर लोगों को हाजिर दिखाना है। बीडीपीओ दफ्तर में जहां उनके लोगों की बुरी तरह से मारपीट की गई, वहीं उन पर झूठा पर्चा भी दर्ज कर दिया गया है। दूसरे पक्ष के लोग बाद में अपने चोटें मारकर दाखिल हुए हैं। हमलावरों को क्षेत्र के विधायक अजायब सिंह भट्टी की शह है और पुलिस भी उनके प्रभाव में ही काम कर रही है। इनसेट
मामले का जांच शुरू : एएसआइ
एएसआइ गुरमीत सिंह ने बताया कि इस मामले में सुदर्शन जग्गा, हरी राम, छिदर कौर, राम सरूप, नीतू राम, सेवक सिंह, कृष्ण राम, सरबण सिंह, शिबू राम, सिमरनजीत कौर सहित अन्य लोगों पर मारपीट कीका मुकदमा दर्ज करके पड़ताल शुरू कर दी गई है।