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किसानों ने मंडी में घूम रहे पशुओं को घेरकर मार्केट कमेटी दफ्तर परिसर में बंद किया

अनाज मंडी में बड़ी संख्या में घूमने वाले बेसहारा पशुओं को कमेटी दफ्तर में किसानों ने बंद कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 03:33 PM (IST)Updated: Tue, 12 Oct 2021 03:33 PM (IST)
किसानों ने मंडी में घूम रहे पशुओं को घेरकर मार्केट कमेटी दफ्तर परिसर में बंद किया
किसानों ने मंडी में घूम रहे पशुओं को घेरकर मार्केट कमेटी दफ्तर परिसर में बंद किया

संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)

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अनाज मंडी में बड़ी संख्या में घूमने वाले बेसहारा पशुओं की समस्या से दुखी किसानों ने मंगलवार की सुबह वहां से सभी पशुओं को घेरकर मार्केट कमेटी दफ्तर परिसर में बंद कर दिया। किसानों ने कमेटी दफ्तर के गेट को बंद कर बाहर धरना लगा दिया। किसानों ने मार्केट कमेटी के सचिव शमशेर सिंह को भी दफ्तर में घुसने नहीं दिया। सचिव को मंडी में ही एक दुकान पर बैठना पड़ा। किसानों ने बठिडा चौक में भी करीब 45 मिनट धरना देकर जाम भी लगाया। जिला प्रशासन व मार्केट कमेटी अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम के कारण राहगीरों को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा।

मार्केट कमेटी सचिव की ओर से जल्दी समस्या का समाधान करने का आश्वासन देने पर ही किसानों ने चौक से धरना उठा लिया और लेकिन मार्केट कमेटी दफ्तर के बाहर उनका विरोध दोपहर बाद तक जारी रहा। विवाद की जानकारी मिलने पर एडीसी (डी) अरुण कुमार मंडी पहुंचे और किसानों, आढ़तियों व मार्केट कमेटी अधिकारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने किसानों को विश्वास दिलाया कि पशुओं को गोशाला भेज दिया जाएगा। मंडी में चौकीदारों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अन्य समस्याएं भी जल्दी ही दूर कर दी जाएंगी। इसके बाद ही किसानों ने मार्केट कमेटी के गेट से धरना उठाया।

गांव शामखेड़ा के किसान दर्शन सिंह, गांव घग्गा के सूबा सिंह, गांव बोदीवाला के लखविदर सिंह, गांव लक्कड़वाला के जगमीत सिंह, गांव ईनाखेड़ा के मनदीप सिंह सहित अन्य किसानों ने बताया कि मंडी में न तो सुचारू खरीद हो रही है और न ही बिके हुए धान की तुलाई हो रही है। ऊपर से बेसहारा पशुओं ने उनका जीना दूभर कर रखा है। बड़ी संख्या में पशु मंडी में घूम रहे हैं। पशुओं से फसल की रखवाली के लिए उन्हें दिन-रात चैन नहीं मिल रहा है। सारी रात जागकर निकालनी पड़ रही है। पिछले दस दिन से इन पशुओं से छुटकारा दिलाने के लिए मार्केट कमेटी के अधिकारियों से कहा जा रहा था। लेकिन उन्होंने उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। कमेटी के अधिकारी दावा करते हैं कि उन्होंने पशुओं को मंडी से बाहर निकालने के लिए चार कर्मचारी रखे हुए हैं। लेकिन उन्हें एक भी कर्मचारी दिखाई नहीं पड़ता है। एक फसल के न बिकने और ऊपर से पशुओं से रखवाली करने के लिए उन्हें दिन-रात मशक्कत करनी पड़ रही है। इनसेट

गोशाला भेज देंगे पशु : सचिव मार्केट कमेटी के सचिव शमशेर सिंह ने कहा कि उन्होंने पशुओं को मंडी से बाहर निकालने के लिए चार चौकीदार रखे हुए हैं। पास में ही सब्जी मंडी होने के कारण पशु आ जाते हैं। इन पशुओं को पकड़कर गोशाला भेज दिया जाएगा। जहां तक सुचारू खरीद न होने का मसला है, इसके बारे में प्रशासन के अधिकारी ही बता सकते हैं। मार्केट कमेटी की जिम्मेदारी केवल मंडी में प्रबंध करने की है।


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