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गंदगी के बीच हुआ स्वच्छता सर्वेक्षण

सरबजीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब बीते वर्ष सबसे दस गंदे शहरों में आने वाले मुक्तसर का इस बार का स्वच

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Feb 2018 05:33 PM (IST)Updated: Tue, 06 Feb 2018 05:33 PM (IST)
गंदगी के बीच हुआ स्वच्छता सर्वेक्षण
गंदगी के बीच हुआ स्वच्छता सर्वेक्षण

सरबजीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब

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बीते वर्ष सबसे दस गंदे शहरों में आने वाले मुक्तसर का इस बार का स्वच्छ सर्वेक्षण भी गंदगी के बीच ही पूरा हो गया। नगर कौंसिल पार्षदों की आपसी खींचतान के चलते शहर में पूरी तरह से सफाई नहीं हो पाई। अभी भी शहर की अधिकतर सड़कों पर गंदगी की भरमार है। कूड़े को उसी तरह से आग लगाई जा रही है और लावारिस पशु घूम रहे हैं। जिस कारण इस बार भी रिजल्ट कुछ अच्छे आने की उम्मीद नहीं है। बीते वर्ष हुए स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान मुक्तसर को सबसे दस गंदे शहरों में शुमार किया गया था। उसके बाद से हालांकि सभी ने अपनी ओर से शहर में सफाई रखने की कोशिश की। लेकिन यह संभव नहीं हो पाया। सर्वेक्षण के लिए आई टीम ने एक दिन नगर कौंसिल का रिकार्ड देखा। लेकिन उसके बाद दो छुट्टी आ गई। इस दौरान टीम के सदस्य खुद ब खुद ही नगर कौंसिल के अधिकारियों को बिना बताए अपनी ओर से ही स्वच्छता सर्वेक्षण कर चलते बने। उन्होंने लोगों से बातचीत, रिकार्ड के अनुसार मौके का मुआइना भी खुद भी किया। जिसकी नगर कौंसिल को कोई जानकारी नहीं है।

शहर के विभिन्न डंप से उठाकर शहर से बाहर एक जगह फेंकने के लिए लाख कोशिश के बावजूद कूड़ा डंप नहीं बन पाया है। भले ही जिला प्रशासन, समाज सेवी संस्थाओं व नगर कौंसिल कर्मियों ने हर कोशिश की। लेकिन इसके लिए जगह ही नहीं मिल पाई। कोई भी किसान कूड़े के लिए अपनी जगह देने को तैयार नहीं है। जिस कारण इस समस्या का हल नहीं हो पाया है।

सड़कों के किनारे बने हैं डंप

शहर की कुछ सड़कों के किनारे पर ही डंप बने हुए हैं। जहां से उठाने के लिए नगर कौंसिल व अन्य ने बहुत प्रयत्न किए, मामला जैसे का तैसे ही है। गोनियाना रोड शमशान घाट के पास, भुल्लर कालोनी, ब¨ठडा रोड नहरी कालोनी के समक्ष, बूड़ा गुज्जर रोड, माल गोदाम रोड, सब्जी मंडी के पास कूड़े सड़क पर ही कूड़ा पड़ा रहता है। जिस कारण लावारिस पशु इसे बिखेर देते हैं। यहां तक कि आज भी कूड़ा उठाने वाले कूड़े को आग लगाकर चलते बनते हैं। जिससे उठने वाला धुंआ लोगों के लिए परेशानी का कारण बना रहता है। इसके अलावा यह कूड़ा लावारिस पशु सड़क पर बिखेर देते हैं।

शहरवासी नाराज

शहर के लोग अभी भी नाराज चले आ रहे हैं। उनका कहना है कि भले ही नए इओ को लगा दिया गया है। लेकिन यह सप्ताह में एक दिन ही आता है। जिस कारण उनके काम रुके रहते हैं। इओ के पास दो अन्य जिलों का काम भी है। इसी कारण ही शहर में कोई भी सफाई मुहिम या अन्य कार्य नहीं हो पा रहा है।

इनसेट

रिजल्ट अच्छा आने की उम्मीद : ईओ

नगर कौंसिल के कार्य साधक अधिकारी बिपिन कुमार अग्रवाल का कहना है कि उन्हें रिजल्ट अच्छा आने की उम्मीद है जोकि 31 मार्च को आ जाएगा। शहर में फैली गंदगी पर उन्होंने कहा कि उनकी ओर से तो सफाई करवाई गई है। बाकी रिजल्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि क्या हुआ है।


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