अध्यापकों को नियमित कर पूरे वेतन दे सरकार : टीचर्स फ्रंट
डैमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब की तरफ से तहत तहसील स्तर पर शिक्षा विद्यार्थियों तथा अध्यापकों से संबंधी ज्ञापन दिया जाएघा।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब की तरफ से राज्य चुनाव इलजास के फैसले के तहत तहसील स्तर पर शिक्षा, विद्यार्थियों तथा अध्यापकों से संबंधी ज्ञापन 18 से 23 नवंबर तक शिक्षा मंत्री के नाम सौंपे जाएंगे। जिला प्रधान पवन कुमार तथा महासचिव सरदूल सिंह ने बताया कि बीते समय दौरान शिक्षा तथा अध्यापकों अनदेखा किया है। इस कारण शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब बिछड़ रहा है तथा अध्यापक वर्ग के साथ पक्षपात किया गया है। सरकार स्कूलों में सहूलियतें देने से भाग रहे हैं। कम संख्या वाले विद्यार्थी वाले स्कूलों को बंद करने, मिडिल स्कूलों में आसामियों की कटौती करने तथा प्राइमरी स्कूलों में हेड टीचरों की असामी देने पर कई तरह की शर्तें लगाने की बजाए कोई बीच का हल करने की मांग को लेकर डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट की तरफ से सरकार को ज्ञापन सौंपें जाएंगे।
पिछले समय में वेतन में कटौती कर रेगुलर किए अध्यापकों को पूरे स्केल में वेतन देने, अध्यापकों को रेगुलर करने, वेतन आयोग तथा डीए की बकाया किश्तजारी करने, सीनियरता को देखते हुए अध्यापकों को तरक्की देने, खाली स्थानों का विज्ञापन जारी आदि जारी न करने पर डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट अध्यापकों की तरफ से संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर मांगों के हल के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो एक दिसंबर को संगरुर में राज्य स्तरीय रैली उपरांत शिक्षा मंत्री के निवास पर संघर्ष किया जाएगा।
इस मौके पर पवन कुमार, राजविदर सिंह, मिट्ठू राम, रोमी बांसल, जसकरण मौड़, रविदर सिंह, बलकरण सिंह, जनकराज, गुरदेव सिंह, सुभाष चंद्र, चरणजीत सिंह, राजिदर सिंह, बलदेव सिंह, सतपाल सिंह, हरप्रीत सिंह, रणजीत सिंह, सुरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।