मां का दूध पीने वाले बच्चे होते हैं तंदुरुस्त
सब सेंटर गांव मलोट आंगनबाड़ी सेंटर भगवान पुरा रोड पर जागरुकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
सिविल सर्जन डॉ. नवदीप सिंह के अनुसार तथा सीनियर मेडिकल अधिकारी डॉ. जागृति चंद्र आलमवाला की अध्यक्षता में मां के दूध की महत्ता संबंधी सब सेंटर गांव मलोट आंगनबाड़ी सेंटर भगवान पुरा रोड पर जागरुकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
महिलाओं को संबोधित करते हुए सुपरवाइजर मुख्यतयार कौर ने बताया कि मां का दूध बच्चे लिए अमृत समान है। जो बच्चा अपनी मां का पहला दूध पीता है बीमारियां उससे कोसों दूर रहती है। उन्होंने कहा कि बच्चे को जन्म से एक घंअे के अंदर अंदर उसको मां का पहला दूध पिला देना चाहिए ता जो बच्चे अंदर बीमारियों से लड़ने की ताकत पैदा हो। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर छह माह तक बच्चों को सिर्फ मां का दूध ही दिया जाए तथा छह माह बाद बच्चे को मां के दूध साथ नरम खुराक जैसे दाल, खिच्डी, दही, केला आदि उब्बला हुआ आलू देने के लिए कहा। इस मौके पर सरपिदजीत कौर, अंगनबाड़ी वर्का, हेल्पर व आसा वर्कर भी उपस्थित थे।
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