कोटकपूरा-बठिडा बाइपास पर 35 गड्ढे
यूं तो शहर की लगभग सड़कों की ही हालत खस्ता है लेकिन कोटकपूरा-बठिंडा रोड की हालत काफी खराब है।
दीपक गर्ग, श्री मुक्तसर साहिब
यूं तो शहर की लगभग सड़कों की ही हालत खस्ता है, लेकिन कोटकपूरा रोड पर केहर सिंह चौक से लेकर बठिडा रोड बाईपास बठिडा चौक तक करीब 35 बड़े-बड़े गड्ढे हैं। यह गडढ़े अकसर ही किसी न किसी दुर्घटना का कारण बनते रहते हैं। मानसून सिर पर है। बरसातों के दिनों में इन गड्ढों में पानी भर जाने से हादसे हो सकते हैं। पिछले दिनों गड्ढे की वजह से हुए हादसे में एक आशा वर्कर को अपनी जान गंवानी पड़ चुकी है। लेकिन इस घटना के बावजूद इससे सबक लेते हुए गड्ढे भरने का कोई काम शुरू नहीं करवाया गया। इसी रोड पर मिनी सचिवालय और कोर्ट कांप्लेक्स है। इस रोड से ही जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन फिर भी पता नहीं क्यों संबंधित विभाग का इस तरफ ध्यान ही नहीं जा रहा है।
क्षेत्र के पूर्व पार्षद गुरजंट सिंह बग्गी ने बताया कि इस रोड पर सीवरेज के ढक्कन सड़क के लेवल से काफी नीचे चले गए हैं। उसके कारण भी रोजाना एक दो दोपहिया वाहन चालक इनमें अटककर गिर जाते हैं। अभी तो कई गड्ढे लोगों ने इसमें ईंट पत्थर डालकर खुद ही भर दिए हैं। यह समस्या काफी लंबे समय से चली आ रही है लेकिन इसका कोई समाधान अभी तक नहीं निकाला गया है। अधिकारियों को लोगों की जान की परवाह नहीं है।
पब्लिक हेल्थ विभाग के जूनियर इंजीनियर रवि कुमार ने कहा कि मंडी बोर्ड ने इस काम के लिए विभाग के पास पैसे जमा नहीं करवाए। जब तक मंडी बोर्ड उनके विभाग को पैसे जमा नहीं करवाता, तब तक काम शुरू नहीं कर सकते। इनसेट
एस्टीमेट बनाकर भेजा, मंजूरी मिलते ही करेंगे काम शुरू
मंडी बोर्ड के एसडीओ बलविदर सिंह ने कहा कि इस सड़क के निर्माण का एस्टीमेट एक हफ्ता पहले ही बनाकर हेड क्वार्टर भेज दिया गया है। वहां से स्वीकृति आते ही इस रोड का काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस रोड पर हैवी व्हीकल चलने से यह रोड जल्दी खस्ताहाल हो गई है। जो सीवरेज के ढक्कनों की समस्या है वह काम पब्लिक हेल्थ विभाग ने करना है।