किसानों के सभी कर्ज माफ करे सरकार
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब राज्य सरकार की कर्ज माफी योजना से नाराज किसानों का डीसी दफ्तर के
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
राज्य सरकार की कर्ज माफी योजना से नाराज किसानों का डीसी दफ्तर के समक्ष चल रहा धरना सर्दी के बावजूद दूसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि सुबह कुछ समय के लिए हलकी बूंदाबादी हुई लेकिन यह किसानों का उत्साह नहीं रोक पाई। किसान सर्दी में भी राज्य सरकार के खिलाफ जमकर बरसे।
भारतीय किसान यूनियन एकता (उग्रांहा) ने जिलाध्यक्ष पूरण ¨सह दोदा के नेतृत्व में डीसी दफ्तर के समक्ष चल रहा पांच दिवसीय धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। नेताओं ने कहा कि कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने चुनाव से पहले किसानों का पूरा कर्ज माफ करने की बात कही थी। लेकिन चुनाव जीतने के तुरंत बाद ही उन्हें अपना वायदा भूल गया। वह सोसायटी का दो लाख रुपये का कर्ज माफ करने की बात करने लगे। जब कर्ज माफ करने की बात हुई तो मात्र 30 से 35 हजार रुपये प्रति किसान का कर्ज माफ किया गया। यहां तक कि उसमें भी सभी किसानों को शामिल नहीं किया गया। ऐसे किसान अभी भी रह गए जिन पर कर्ज है। इसके अलावा घर घर रोजगार देने, विधवा व बुढ़ापा पेंशन बढ़ाने, लावारिस पशुओं का पक्का हल करने, नशे का खात्मा करने आदि वायदे भी पूरे नहीं किए गए हैं। जबकि अब सरकार थर्मल प्लाट बंद करने की ओर चल पड़ी है। जिस कारण बेरोजगारी बढ़ेगी और लोगों पर बिजली बिल का बोझ बढ़ेगा।
इसके अलावा अब सरकार 500 व एक हजार एकड़ के बड़े फार्म बनाने की बात कर रही है। जिससे किसानों को भारी नुकसान होगा। इसे वह किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। नेताओं ने मांग की कि किसानों का पूरा कर्ज माफ करने के वायदे को पूरा किया जाए।
इस मौके पर महासचिव गुरांदित्ता ¨सह भागसर, गुरभगत ¨सह भलाईआणा, भुपेंदर ¨सह, जगदेव ¨सह, हरबंस ¨सह कोटली, गुरपाश ¨सह ¨सघेवाला, हेमराज बादल, सुखराज ¨सह रहूडियांवाली, मनजीत ¨सह आदि भी मौजूद थे।