जमीन विवाद में जहर पिलाने से युवक की मौत, हत्या का मामला दर्ज
मोगा गांव सलीना में रहने वाले 32 वर्षीय एक व्यक्ति को उसी के रिश्तेदारों द्वारा जमीन विवाद को लेकर 21 जून को जहर पिला दिया था। जिसकी शुक्रवार दोपहर उपचार के दौरान लुधियाना के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना से खफा मृतक के परिजनों ने पुलिस द्वारा कथित आरोपियों के खिलाफ बनती कार्रवाई न किए जाने को लेकर शनिवार को सिविल अस्पताल मोगा में रोष धरना देकर देते हुए धारा 302 के अधीन कार्रवाई करने की मांग की।
संवाद सहयोगी, मोगा
गांव सलीना में रहने वाले 32 वर्षीय एक व्यक्ति को उसी के रिश्तेदारों द्वारा जमीन विवाद को लेकर 21 जून को जहर पिला दिया था। जिसकी शुक्रवार दोपहर उपचार के दौरान लुधियाना के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना से खफा मृतक के परिजनों ने पुलिस द्वारा कथित आरोपियों के खिलाफ बनती कार्रवाई न किए जाने को लेकर शनिवार को सिविल अस्पताल मोगा में रोष धरना देकर देते हुए धारा 302 के अधीन कार्रवाई करने की मांग की। बता दें कि मृतक का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल मोगा में करवाने के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया है।
सिविल अस्पताल में मृतक (32 वर्षीय) चमकौर सिंह पुत्र जसवंत सिंह निवासी सलीना की बुआ के बेटे प्रितपाल सिंह ने बताया कि चमकौर सिंह के चाचा-ताया के बेटे उसकी जमीन को लेकर विवाद करते आ रहे थे। जिसे लेकर गत महीने आरोपितों ने चमकौर सिंह के खेतों की वटट तोड़ने समेत पानी की निकासी का नाला तोड़ दिया। आरोपितों ने चमकौर सिंह के खेत में कब्जा करने को लेकर उसकी मोटर को भी निकाल फेंका। जब 21 जून को चमकौर सिंह कथित आरोपियों के समक्ष विरोध करने पहुंचा तो दूसरे पक्ष के कुछ लोगों ने चमकौर सिंह के मुंह में जहर डाल दिया। जिसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ने पर उसके परिवार के सदस्य उसे तुरंत मोगा के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां उसकी हालत बिगड़ने के बाद उसे लुधियाना के निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि इस मामले को लेकर भले ही थाना सदर में तैनात एएसआइ बूटा सिंह ने कथित आरोपियों के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है। मगर, अब चमकौर सिंह की मौत होने को लेकर पुलिस कथित आरोपियों के साथ बात करते हुए मामले को दबाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस उन्हें इंसाफ न देते हुए अभी कथित आरोपियों पर धारा 302 के तहत कार्रवाई नहीं कर रही है।
वहीं इस बारे में थाना सदर के प्रभारी इंस्पेक्टर कर्मजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने बिना किसी पक्षपात के कार्रवाई की है। पुलिस द्वारा पीड़ितों के बयान पर कथित आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा 302 के तहत मामला दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है।
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धारा 144 की उड़ी धज्जियां
जिले में डीसी संदीप हंस ने धारा 144 लगाकर लोगों को रोष प्रदर्शन करने समेत धरने न लगाने की चेतावनी दी है। इसके विपरीत सिविल अस्पताल मोगा में धरने के दौरान धारा 144 की धज्जियां उड़ाई गई। गांव सलीना के मृतक परिवार द्वारा सिविल अस्पताल प्रशासन के सामने रोष धरना देकर वहां जमावड़ा बनाया गया। वहीं अस्पताल में आए मरीजों के तामीरदारों का कहना है कि अस्पताल में लोग अपनी बीमारी का उपचार करवाने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां समय-समय पर रोष प्रदर्शन होने से मरीजों की बीमारी बढ़ रही है । इसके अलावा कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस तरह के धरने संक्रमण को बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं।