गायकों ने भजनों से किया मां बगलामुखी का गुणगान
। माता बगलामुखी मंदिर में रविवार को भक्तों ने मां की विधिवत ढंग से पूजा-अर्चना की।
संवाद सहयोगी, मोगा
माता बगलामुखी मंदिर में रविवार को भक्तों ने मां की विधिवत ढंग से पूजा-अर्चना की। भजनों के माध्यम से श्रद्धालुओं ने मां की महिमा का गुणगान किया।
इस दौरान भंडारे का आयोजन भी किया गया। आचार्य नंदलाल की अगुआई में भक्तों ने पूजा करने के बाद माता के दरबार में ज्योति प्रचंड की। पंडित नंद किशोर ने कहा कि माघ का महीना पुण्य दान के लिए फलदाई है। इसलिए इस महीने में अधिक से अधिक दान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां बगलामुखी की साधना दस महाविद्याओं में से एक होती है। इनकी कृपा से शत्रु का भय नहीं रहता। देवी मां की पूजा करने से घर में मौजूद नकारात्मकता दूर होती है। घर में सुख-शांति बनी रहती है। उन्होंने कहा कि हम सबको हवन-यज्ञ व संकीर्तन में भाग लेना चाहिए। इस दौरान भजन गायकों ने भजनों के माध्यम से माहौल को भक्तिमय बना दिया।
काली माता मंदिर में करवाई माता की चौकी
कोटकपूरा रोड स्थित जय श्री महाकाली मंदिर में भक्तों ने काली माता की पूजा-अर्चना कर कोरोना महामारी के खात्मे की प्रार्थना की। इस दौरान मंदिर में माता की चौकी करवाई गई। जय हंस पांडे शर्मा की अगुआई में प्रधान जसवंत, कृष्ण चंद और रामदेव गर्ग ने ज्योति प्रचंड की।
गायकों ने भजनों से अपनी हाजिरी लगाई। इस दौरान मंदिर कमेटी के सदस्यों ने कहा कि कमेटी की ओर से धार्मिक आयोजन करवाए जा रहे हैं। इसी के साथ कोविड-19 के तहत जारी गाइडलाइन का पालन भी किया जा रहा है। पुजारी जय हंस पांडे ने कहा कि काली माता की पूजा करने से शारीरिक कष्टों का निवारण होता है। उन्होंने कहा कि जो भक्त सच्चे मन से मा की भक्ति करता है वह अनेकों शारीरिक दुखों से छुटकारा पाता है। मां काली की पूजा का उपयुक्त समय रात्रि काल है। उन्होंने कहा कि वर्तमान के इस दौर में हम सबको आपस में मेलजोल बनाकर रहना चाहिए।