कई संगीन आपराधिक मामलों में वांछित आरोपित पुलिस की मदद से विदेश हुआ फरार
। सहायक सब इंस्पेक्टर व हवलदार के खिलाफ धोखाधड़ी व गैंगस्टर की गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है।
संवाद सहयोगी,मोगा
जानलेवा हमला, लूट और चोरी जैसे संगीन मामलों में वांछित गैंगस्टर के अपराधों को छिपाकर उसे अच्छे चरित्र का बताकर पासपोर्ट बनाने की संस्तुति करने के आरोपित सहायक सब इंस्पेक्टर व हवलदार के खिलाफ धोखाधड़ी व गैंगस्टर की गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है , दोनों आरोपित फरार हैं।
पुलिस कर्मचारियों की मदद से गैंगस्टर विदेश चला गया था, जबकि उसके खिलाफ विभिन्न जिले के थानों में सात संगीन केस दर्ज थे। पुलिस ने गैंगस्टर के अपराध छिपाकर उसके पासपोर्ट बनने की सिफारिश कर दी थी। ये मामला साल 2017 का है। उस समय वेरीफिकेशन करने वाला हवलदार था। गैंगस्टर को क्लीन चिट देने के बाद हवलदार को सहायक सब इंस्पेक्टर के रूप में पदोन्नति भी मिल गई थी। पुलिस ने नए केस में दोनों मुलाजिमों के साथ पासपोर्ट बनवाने वाले गैंगस्टर के खिलाफ भी दर्ज कर लिया है।
थाना सदर के सहायक थानेदार हरजिदर सिंह ने बताया कि एडीजीपी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने 11 जून 2022 को पत्र भेजकर आरोपित गैंगस्टर सरदूर सिंह उर्फ सुक्खा निवासी दुन्नेके के खिलाफ हुई वेरीफिकेशन की पड़ताल करने के निर्देश दिए थे। जांच में पता चला कि पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाला आरोपित सुक्खा उर्फ सरदूल सिंह निवासी दुन्नेके ने अपना पासपोर्ट दोबारा बनवाने के लिए फाइल नंबर जेए 2071653802217 अप्लाई किया था। उस समय सांझ केंद्र सदर मोगा में हवलदार प्रभदयाल सिंह तैनात था, उसने सरदूल सिंह की वेरिफिकेशन करने के दौरान गंभीरता से जांच-पड़ताल नहीं की। प्रभदयाल सिंह ने पड़ोसियों के बयान दर्ज नहीं किए थे।
उस समय थाना सदर मोगा के
मुख्य मुंशी हवलदार गुरविदर सिंह ने आरोपित सरदूल सिंह की रिपोर्ट
में पांच साधारण केस दर्ज होने की जानकारी दी, लेकिन संगीन मामलों को छुपा लिया था। जांच के दौरान पता चला है कि आरोपित सरदूल सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं के सात केस दर्ज हैं। जांच-पड़ताल के दौरान पुलिस विभाग के कर्मचारियों ने गलत रिपोर्ट दी थी, जिसके आधार पर गैंगस्टर सरदूल सिंह का पासपोर्ट बन गया और वह विदेश निकल गया।
पुलिस ने इस मामले में आरोपित सरदूल सिंह निवासी गांव दुन्नेके, सहायक थानेदार प्रभदयाल सिंह व
हवलदार गुरविदर सिंह के खिलाफ धारा 420,467,468,10 (3)बी,10 (3) ई इंडियन पासपोर्ट एक्ट के अधीन केस दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है ।
सरदूल सिंह पर ये केस हैं दर्ज
मुकदमा संख्या-81 थाना सदर में 28 दिसंबर 2005 में धारा 324, 323, 506, 149, 149 के तहत, मुकदमा संख्या 231 2009 में 451, 307, 148, 149, आर्म्स एक्ट के तहत बाघापुराना में केस दर्ज है। मुकदमा संख्या-134 20 अक्टूबर 2011 को थाना सदर में 458, 380 ,382, 506, 323, 34, आर्म्स एक्ट, मुकदमा नं.46 सात मार्च 2013 को धारा 307 आर्म्स एक्ट के तहत फरीदकोट के थाना सिटी में दर्ज है। मुकदमा संख्या 46 25 मई 2015 को थाना सदर में 452, 324, 34, 109, मुकदमा नंबर 62 12 अगस्त 2016 को थाना सदर में 324, 323, 341, 148, 149 में केस दर्ज है।