निगम में रहा हड़कंप, नहीं पहुची विजिलेंस
शहर की 12 कॉलोनियों को रेगुलर कर बाद में गड़बड़ी सामने आने के बाद उन्हें रद कर देने के मामले में फिजीकल वेरीफिकेशन के लिए विजिलेंस की टीम बुधवार को नहीं पहुंची।
जागरण संवाददाता, मोगा : शहर की 12 कॉलोनियों को रेगुलर कर बाद में गड़बड़ी सामने आने के बाद उन्हें रद कर देने के मामले में फिजीकल वेरीफिकेशन के लिए विजिलेंस की टीम बुधवार को नहीं पहुंची। विजिलेंस टीम को लेकर पूरे दिन नगर निगम में हड़कंप मचा रहा। एसपी विजिलेंस फिरोजपुर ने पुष्टि की है कि आज टीम किसी कारणवश नहीं पहुंच सकी है, अभी टीम की फिजीकल वेरीफिकेशन के लिए नई तिथि तय नहीं की गई है। नगर निगम के एसटीपी गौतम कुमार ने भी पुष्टि की कि टीम नहीं पहुंची है अगली तिथि की कोई बात कही गई है।
गौरतलब है कि शहर की अवैध कॉलोनियों के मामले में चंडीगढ़ से वुधबार को दस सदस्यीय टीम पहुंचनी थी। इसके लिए तत्कालीन एसटीपी मोनिका आनंद के साथ ही वर्तमान में टाउन प्लानिग विभाग के अधिकारियों को वेरीफिकेशन के समय मौके पर रहने को कहा गया था। सूत्रों का कहना है कि चार साल से फाइलों में कैद ये मामला दोबारा खुलने के बाद राजनीतिक स्तर पर दबाव बनना शुरू हो गया था। अगर इस मामले की परतें खुलना शुरू हुईं तो कई बड़े चेहरे सामने आ सकते हैं। यही वजह है कि वेरीफिकेशन की पूरी कार्रवाई तय होने के बाद बिना किसी कारण के अचानक जांच प्रक्रिया को पूरी तरह रोक दिया गया।
यह था मामला
पंजाब सरकार ने जनवरी 2014 में पूरे पंजाब में कॉलोनियों को रेगुलर करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। इस नोटीफिकेशन के आधार पर नगर निगम ने 12 कॉलोनियों को 24 दिसंबर को 2014 को रेगुलर कर दिया था। अधिकारियों ने कालोनी मालिकों से पूरे दस्तावेज लिए बिना ही एनओसी जारी कर दी थी। इस मामले में आरटीआइ एक्टिविस्ट सुरेश सूद ने तथ्यों के साथ विजिलेंस ब्यूरो को शिकायत कर दी थी। मामले की पोल खुलते ही जनवरी 2015 में इन सभी 12 कॉलोनियों की एनओसी रज कर दी गई थी, लेकिन जांच जारी रही। कॉलोनियों के मामले में बड़े स्तर पर गड़बड़ी सामने आई थी, जिसमें रेगुलर करने से पहले ही कुछ कॉलोनी के वाटर सप्लाई एवं सीवरेज के कनेक्शन जोड़ दिए गए थे। तत्कालीन डीएसपी विजिलेंस सुरेंद्र कुमार ने प्रारंभिक जांच में शिकायत सही पाए जाने पर डायरेक्टर को अपनी रिपोर्ट भेज दी थी। बाद में मामला फाइलों में दबा रहा। चार अक्टूबर को दोबारा से फाइल खोलते हुए फिजीकल वेरीफिकेशन के लिए टीम गठित की गई थी, जिसे बुधवार को मोगा पहुंचना था।