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तबीयत बिगड़ने पर निजी अस्पताल में गया युवक, तीन घंटे चढ़ाई ड्रिप, निकला पॉजिटिव

कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य विभाग की दो बड़ी लापरवाही सामने आई हैं माइक्रो कंटेनमेंट घोषित वेदांत नगर की गली नं. 4 में एक कोरोना नेगेटिव युवक दो कोरोना पॉजिटिव के साथ पिछले तीन दिनों से रह रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 10:00 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 06:08 AM (IST)
तबीयत बिगड़ने पर निजी अस्पताल में गया युवक, तीन घंटे चढ़ाई ड्रिप, निकला पॉजिटिव
तबीयत बिगड़ने पर निजी अस्पताल में गया युवक, तीन घंटे चढ़ाई ड्रिप, निकला पॉजिटिव

जागरण संवाददाता, मोगा : कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य विभाग की दो बड़ी लापरवाही सामने आई हैं, माइक्रो कंटेनमेंट घोषित वेदांत नगर की गली नं. 4 में एक कोरोना नेगेटिव युवक दो कोरोना पॉजिटिव के साथ पिछले तीन दिनों से रह रहा है। पॉजिटिव व नेगेटिव आए युवकों के कमरे व टायलेट अलग हैं लेकिन बाथरूम व किचन कॉमन है। वहीं एक पॉजिटिव केस को लेकर चर्चा है कि फ्रैंड्स कॉलोनी का एक युवक अपनी मां के साथ रेलवे रोड के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा था, जहां उसे तीन घंटे रखकर ड्रिप चढ़ाई गई, बाद में वह पॉजिटिव आ गया। दो दिन पहले युवक के सैंपल लिए गए थे। रिपोर्ट आने के बाद बजाय सैनिटाइजेशन व अन्य सावधानियां बरतने के पूरे मामले को दबा दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी होने वाली पॉजिटिव मरीजों की वीरवार को नौ पॉजीटिव मरीजों में से सिर्फ पांच की सूची मीडिया को जारी की गई, लेकिन पॉजीटिव आने वालों का आंकड़ा नौ बचाया गया। पहली बार ऐसा हुआ है कि मीडिया को अधूरी सूची जारी की गई, जिसको लेकर चर्चाओं को लेकर बल मिल रहा है।

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हालांकि जिला एपिडेमोलॉजिस्ट डॉ. मनीष अरोड़ा का कहना है कि जो मरीज पॉजिटिव आया है, उसके पिता के अनुसार वह डाउन सिड्रोम का मरीज है, इस समय घर में क्वारंटाइन है, वह घर से बाहर कहीं जा ही नहीं सकता है, ऐसे में अस्पताल में कैसे जा सकता है। जबकि उसी क्षेत्र के लोगों को कहना है कि बीमार होने से पहले युवक घर के निकलता था, डाउन सिन्ड्रोम का मरीज जरूर है, लेकिन आता जाता है। लोगों से बातें भी करता है। एक दिन पहले बुखार तेज होने पर वह मां के साथ निजी अस्पताल में दवा लेने गया था, उसकी हालत देखकर वहां उसे ड्रिप दी गई, करीब तीन घंटे निजी हॉस्पिटल में रहा। सुरक्षा इंतजाम अपनाने के बजाय अस्पताल जाने की पूरी बात को ही दबा दिया गया, जबकि सूत्रों का कहना है कि अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाएं तो सच्चाई सामने आ सकती है।

यही स्थिति वेदांत नगर में कोरोना पॉजिटिव मिले मरीजों में देखने को मिली। यहां पीजी में चार जुलाई को चंडीगढ़ से रहने आया युवक मकान मालिक व उसकी पत्नी छह दिन पहले कोरोना पॉजिटिव मिले थे। पीजी में रह रहे युवकों को भोजन मकान मालिक के यहां से ही बनकर आ रहा था। मकान मालिक व उसकी पत्नी के पॉजिटिव आने पर पीजी में रह रहे युवकों का कोरोना टेस्ट 27 जुलाई को हुआ था, 29 को सैंपल की रिपोर्ट में दो पॉजिटिव एक नेगेटिव आया। नेगेटिव आया युवक पहले दिन से मिन्नतें कर रहा है कि उसके कहीं अलग रखा जाए क्योंकि नहाने के लिए उनका एक ही बाथरूम है, एक ही किचन है, इस मामले की सुनवाई सिविल सर्जन से लेकर डीसी तक से कर दी लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। इस संबंध में सिविल सर्जन का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है, उन्होंने जिला एपिडेमोलॉजिस्ट से जांच करने को कहा है।


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