मां-बाप की अहमियत बताएगा टीएलएफ का 'अहसास'
द लर्निग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) का 15 दिसंबर को वार्षिक समारोह अहसास हर किसी को जीवन में मां-बाप की अहमियत का अहसास कराएगा।
संवाद सहयोगी, मोगा : द लर्निग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) का 15 दिसंबर को वार्षिक समारोह 'अहसास' हर किसी को जीवन में मां-बाप की अहमियत का अहसास कराएगा। स्कूल चेयरमैन इंजीनियर जनेश गर्ग ने बताया कि विशेष कोरियोग्राफी तैयार की गई है जो संदेश देगी कि जिदगी भर मां-बाप बच्चों के लिए कितनी अहमियत रखते हैं, अगर हम उन्हीं मां-बाप को बोझ समझकर वृद्धाश्रम में पहुंचाते रहे तो हमारे बच्चे संस्कारों से तो दूर होंगे ही बुढ़ापे में वृद्धाश्रम का वही रास्ता हमें भी तय करना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि टीएलएफ का वार्षिक समारोह महज सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झांकी मात्र नहीं बल्कि ये असल जिदगी का आईना होगा। प्रतिभा, सांस्कृतिक धरोहर के साथ ही समारोह जीवन में संस्कारों की अहमियत का संदेश भी देगा। इंजीनियर जनेश गर्ग ने बताया कि दादा-दादी, नाना-नानी दुनिया के सबसे प्रभावशाली काउंसलर होते हैं। टूटते परिवारों में दादा-दादी की जगह वृद्धाश्रम में हो जाने के कारण आज हमारे बच्चे संस्कारों से दूर हो रहे हैं और गलत कार्यो में लग रहे हैं। इस प्रकार की समस्याओं के समाधान किसी को फांसी पर लटकाने या सख्त सजा देने से नहीं होंगे, इसका स्थायी हल बच्चों को संस्कारित करने से होगा। टीएलएफ के 'अहसास' में एक विशेष कोरियोग्राफी में ये अहसास यहां आने वाला हर व्यक्ति कर सकेगा।