ट्रांसपोर्ट मंत्री ने नहीं किया मुलाजिमों की भलाई का कोई काम
मोगा शहीद नछत्तर सिंह धालीवाल भवन में शुक्रवार को पंजाब गवर्नमेंट ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन एटक की प्रदेश स्तरीय बैठक कामरेड अवतार सिंह तारी कार्यकारी अध्यक्ष की प्रधानगी में हुई। इस अवसर पर कामरेड जगदीश चाहल गुरजंट कोकरी व अवतार सिंह गगड़ा ने कहा कि ट्रांसपोर्ट के समूचे मुलाजिमों में इस बात का भारी रोष है कि ट्रांसपोर्ट मंत्री रजिया सुल्ताना द्वारा कभी भी मुलाजिमों व विभाग की भलाई के लिए कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाया गया।
संवाद सहयोगी, मोगा
शहीद नछत्तर सिंह धालीवाल भवन में शुक्रवार को पंजाब गवर्नमेंट ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन एटक की प्रदेश स्तरीय बैठक कामरेड अवतार सिंह तारी कार्यकारी अध्यक्ष की प्रधानगी में हुई। इस अवसर पर कामरेड जगदीश चाहल, गुरजंट कोकरी व अवतार सिंह गगड़ा ने कहा कि ट्रांसपोर्ट के समूचे मुलाजिमों में इस बात का भारी रोष है कि ट्रांसपोर्ट मंत्री रजिया सुल्ताना द्वारा कभी भी मुलाजिमों व विभाग की भलाई के लिए कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाया गया। जबकि एक्शन कमेटी व पनबस कर्मियों द्वारा लगातार गेट रैलियां, जोनल रैलियां व ट्रांसपोर्ट मंत्री के अड़ियल रवैये से परेशान होकर 26 नवंबर को हड़ताल भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पंजाब रोडवेज व पनबस कर्मियों को पीआरटीसी में शामिल करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
इसक कारण पंजाब रोडवेज व पनबस कर्मियों ने जालंधर में बैठक करके सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि ट्रांसपोर्ट मंत्री के खिलाफ 15 दिसंबर को पंजाब के 18 डिपो पर गेट रैलियां की जाएंगी। 16 दिसंबर को ट्रांसपोर्ट मंत्री के हलके मालेरकोटला में लगभग 150 गाड़ियों के काफिले के साथ मार्च करने के बाद ट्रांसपोर्ट मंत्री की कोठी के बाहर रोष रैली की जाएगी।
उन्होंने कहा कि एक्शन कमेटी ने यह भी फैसला भी किया है कि आठ दिसंबर को मोहाली में प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस द्वारा इस मामले को लोगों की कचहरी में ले जाया जाएगा। उनका कहना है कि पंजाब रोडवेज व पनबस को बंद करने के प्रयास से पंजाब के आम लोगों तथा विशेषर उन 14 कैटागरी पर जो फ्री सफर सहूलियतें ले रहे हैं, पर भी बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जनवरी 2021 में एक दिन की हड़ताल करके मुख्यमंत्री के शहर पटियाला में विशाल रैली करके मुख्यमंत्री की कोठी की तरफ मार्च किया जाएगा।
इस बैठक में किसानों की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ किए जा रहे संघर्ष का समर्थन भी किया गया। उन्होंने मोदी सरकार से किसानों के खिलाफ लागू किए गए कृषि सुधार कानूनों को रद करने की मांग भी की।
इस बैठक में सुरेन्द्र सिंह बराड़, अंग्रेज सिंह, दीदार सिंह पट्टी, गुरजीत सिंह बटाला, बलराज सिंह भंगू, गुरजीत जालंधर, दविदर कुमार, मंजीत गिल, रणधीर सिंह, पोहला सिंह बराड़, मनदीप सिंह, जसपाल सिंह आदि उपस्थित थे।