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खतरे का निशान को छूकर सतलुज दरिया का जल स्तर तीन फीट नीचे गिरा

खतरे का निशान छूने के एक दिन बाद सब डिवीजन क्षेत्र में सजलुज दरिया किनारे पानी का स्तर तेजी के साथ गिरना शुरू हो गया है। मंगलवार को पानी खतरे के निशान 724 फीट से तीन फीट नीचे गिरकर बह रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Aug 2019 10:22 PM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 06:29 AM (IST)
खतरे का निशान को छूकर सतलुज दरिया का जल स्तर तीन फीट नीचे गिरा
खतरे का निशान को छूकर सतलुज दरिया का जल स्तर तीन फीट नीचे गिरा

संवाद सूत्र, धर्मकोट : खतरे का निशान छूने के एक दिन बाद सब डिवीजन क्षेत्र में सजलुज दरिया किनारे पानी का स्तर तेजी के साथ गिरना शुरू हो गया है। मंगलवार को पानी खतरे के निशान 724 फीट से तीन फीट नीचे गिरकर बह रहा है। इस बीच सोमवार देर तक अभियान चलाकर एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे पांच गांवों के 450 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर उन्हें राहत शिविर में पहुंचाया, लेकिन दावा किया जा रहा है कि अभी भी कुछ लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने घरों में ही मौजूद हैं, लेकिन प्रशासन की तमाम अपील के बावजूद वे घरों से बाहर आने को तैयार नहीं हैं।

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इस बीच सतलुज दरिया का स्तर लगातार नीचे जाने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। डीसी संदीप हंस ने बताया कि एनडीआरएफ की 22 सदस्यीय इंसपेक्टर राहुल प्रताप सिंह व सब-इंस्पेक्टर अमर प्रताप सिंह के नेतृत्व वाली टीम ने पांच गांव संघेड़ा, कंबो खुर्द, भैंनी, महरूवाल और शेरेवाला के निवासियों की सहायता से 450 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। बाढ़ के प्रभाव में धर्मकोट के 28 गांव हैं। उधर राहत शिविरों में समाजसेवी संस्थाएं लंगर पहुंचा रही हैं, साथ ही राहत शिविर में मौजूद लोगों की हर जरूरत का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है।


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